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जाति धर्म से ऊपर उठकर बिहार के लिए योगदान करें। ऐसा संदेश यदि सभी के माध्यम से जाएगा तो निश्चय ही हम इस स्वप्न को साकार कर सकेंगे। जिसमें बिहार एक विकसित प्रदेश होगा। लेट’स इंस्पायर द्वारा अकोढीगोला स्थित शीला वाटिका में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते आईजी विकास वैभव ने उक्त बातें शनिवार को कहीं। उन्होंने कहा कि लेट्स इंस्पायर बिहार एक अभियान है। जिसमें वह लोग बिहार का भविष्य उज्जवल कैसे हो इसके लिए सभी को इंस्पायर करके जोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी को समझना होगा कि बिहार तब महान क्यों था जब ना सड़के थी, न तकनीकी था, न सूचना के कोई तंत्र थे ।अगर कोई कारण था वह था दृष्टि। यह दृष्टि व्यक्ति को व्यक्ति से जोड़ना जानती है। जातियां बिहार में तब भी थी लेकिन इस प्रकार जातिवाद नहीं था ।अगर जातिवाद होता ।तो नंद वंश का उदय नहीं होता। जो निम्न जाति से थे ।चाणक्य भी चंद्रगुप्त की जाती खोजते। हमारी सोच अलग थी ।क्योंकि हम वेदांत की भूमि से आते हैं ।जिसमे व्यक्ति को व्यक्ति में कोई भेदभाव देखने की दृष्टि नहीं थी। सभी को एक देखते थे। इसलिए आगे बढ़ रहे थे ।आपस में संघर्ष न कर सहयोग से आगे बढ़ रहे थे।
श्री वैभव ने कहा कि इस दृष्टि को लेकर यदि आज भी हम चलते हैं व्यक्ति को व्यक्ति से जोड़ते हैं तो बिहार फिर से महान बनेगा क्योंकि समाज को दर्जनों कुकृत्यो से उतना नुकसान नहीं होता जितना सज्जनों की निष्क्रियता से होता है ।अच्छे लोगों को जोड़कर बिहार की परंपरा को आगे ले जाने का काम करें। इसका प्रयास हो रहा है। हमें इस दृष्टि को समझना होगा कि क्या कारण थे की पौराणिक काल में विश्वविद्यालय बिहार में ही स्थापित हुई। अखंड भारत यही बना ।आखिर क्या क्षमता थी ।इस पूरी चीज को जान देखते हैं तो एक ही चीज पाते हैं कि हमारी दृष्टि बड़ी थी । अलग सोचने की थी कुछ ।नए अपवाद पैदा करने की थी इसलिए वैशाली में हमने गणतंत्र स्थापित किया।
उन्होंने कहा कि रोहतास आना उनके लिए आत्मिक क्षण होता है। परिवर्तन संभव है ।यह नक्सल उन्मूलन के बाद अनुभव हुआ। हथियार के बल पर नहीं बल्कि ग्रामीण के साथ प्रेम और प्यार के बल पर आज कैमूर पहाड़ी में शांति है। सड़क रोपवे का निर्माण हो रहा है।थाने भी खुल रहे हैं। परिवर्तन संभव है। उन्होंने कहा कि युवा अपनी क्षमता को पहचाने। जब तक बिहार के लोग जागेंगे नहीं संगठित नहीं होंगे तब तक बिहार में बड़ा बदलाव नहीं हो सकता है शिक्षा समता और उद्यमिता को लेकर प्रारंभ हुआ उनका अभियान सार्थकता की ओर बढ़ रहा है। कार्यक्रम का संचालन लेटस इंस्पायर के जिला सयोजक यश उपाध्याय व अध्यक्षता शाहाबाद प्रक्षेत्र के संयोजक अश्विनी कुमार ने की। कार्यक्रम में बतौर अतिथि समाजसेवी राजीव रंजन सिंह उर्फ सोनू सिंह, डीएसपी विनय रंजन, संजय सिंह बालाजी ने भी संबोधित किया।
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