कल कैमूर जिले में धूमधाम से मनाया गया। अंतराष्ट्रीय बालिका दिवस। आज धान के खेत में मिली नवजात बच्ची। ग्रामीणों के सहयोग से पहुँचाया गया रेफर अस्पताल रामगढ़। बच्ची है स्वस्थ इलाके में चर्चा का बाजार गर्म। भभुआ चाइल्ड लाइन को भेजने का चल रहा है प्रक्रिया।
डिजिटल टीम, भभुआ (कैमूर)। कैमूर में माँ की ममता को शर्मसार करने वाली घटना घटी है किसी मां में बच्ची को जन्म देने के कुछ घंटों बाद धान के खेत में मरने के लिए फेंक दी। जब किसान अपने खेत घूमने गया तो बच्ची के रोने की आवाज आई। जब देखा तो नवजात बच्ची थी तब उसे उठा कर अपने साथ ले गया फिर तत्काल उसे रामगढ़ रेफरल अस्पताल भेजा गया। जहां उसका इलाज किया गया। बच्ची स्वस्थ्य है और उसे भभुआ चाइल्ड लाइन भेजने की तैयारी किया जा रहा है। मामला रामगढ़ थाना क्षेत्र के तेनुआ गांव का है। वहीं, रामगढ़ रेफरल अस्पताल के डॉक्टर कुमार अभिनव ने बताया कि ग्रामीणों ने एक नवजात बच्ची को लाया है उसका माता पिता का पता नही उसका इलाज किया जा रहा है। इस संबंध में चाइल्ड लाइन को सूचना दी गई है और बच्ची का स्वास्थ्य ठीक है।
माँ ने जन्म देने के बाद मरने के लिए धान के खेत में फेंका और…
एक तरफ जहाँ बिहार और केंद्र सरकार बच्ची पढाओ बच्ची बढ़ाओ का जागरुकता अभियान चला रही है तो वही दूसरी तरफ जन्म देने के तुरंत बाद नवजात को इस लिए मरने के लिए फेंक दिया गया कि वह बच्ची है। जब नवजात बच्ची मिलने की सूचना मिली तो तत्काल उसे ग्रामीण रामगढ़ अस्पताल लेकर आए जहाँ उसका इलाज किया जा रहा है।
सिसौड़ा पंचायत के मुखिया प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि आज नवजात बच्ची तेनुआ गांव के बधार में मिली है उसे रामगढ़ अस्पताल लाकर इलाज कराया जा रहा है,मेरे पंचायत के आरती देवी पति गणेश बिंद उसे गोद लेना चाहती है वह परिवार गोद नहीं लिया तो खुद मैं बच्ची को गोद लूंगा।