
सासाराम (रोहतास) अखिल भारतीय ब्राम्हण महासभा रोहतास जिला इकाई के द्वारा गुरुवार को जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय के समक्ष बिहार सरकार के द्वारा किए गए जातीय सर्वे में अनियमितता के विरुद्ध एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया। धरना पश्चात जिलाधिकारी के माध्यम से माननीय राज्यपाल महोदय को एक ज्ञापन भी सौंपा गया। धरना की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष डॉ दिनेश शर्मा ने की तथा संचालन वरीय अधिवक्ता एवं संगठन के उपाध्यक्ष सह संगठन प्रभारी श्री रामजी मिश्रा ने किया। ब्राह्मण समाज द्वारा आयोजित धरना में विशिष्ट अतिथि महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री मुक्ति नारायण मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष पंडित रंगनाथ तिवारी, वरीय समाजसेवी बलिराम मिश्रा, जिला परिषद के पार्षद मेलु मिश्रा, विनोद तिवारी, संजय तिवारी, धर्मेन्द्र पाण्डेय, गुड्डू पाण्डेय, चितरंजन पाण्डेय, बबुआ चौबे, आशुतोष चौबे, उमेश पांडेय, बुटस तिवारी, पंकज चौबे, उमाशंकर पांडेय, उमेशचंद त्रिपाठी, श्रीकांत पांडेय, उदय उपाध्याय, नैना उपाध्याय, गीता पांडेय इत्यादि लोगों ने अपनी बात रखी। ब्राह्मण महासभा के महासचिव संतोष मिश्रा ने कहा कि सरकार जानबूझकर ऐसा सर्वे कराई है। लेकिन जातीय सर्वे में अगर अपेक्षित सुधार नहीं किया जाता है तो इसका व्यापक विरोध किया जाएगा। आज का प्रदर्शन सांकेतिक है। जिस पर सरकार को जरुर ध्यान देना चाहिए। 1931 की जनगणना से भी कम कई जातियों की संख्या को दिखाना बिल्कुल अतार्किक है। अपने संबोधन में बलिराम मिश्रा ने जोड़ देकर कहा कि हमारा प्रतिनिधित्व अगर कमजोर किया जाता है तो इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। धरना में जिले के सभी प्रखंड से सैकड़ों की संख्या में लोगों ने भाग लिया। जिनमें मुख्य रुप से शशि पांडेय, आलोक चौबे, टाइगर बाबा, रमेश तिवारी, अशोक चौबे, दिवाकर दूबे, सुरेंद्र दुबे, चंदन चौबे, बृज किशोर तिवारी, भोला पांडेय, माधो पांडेय, भोला तिवारी, शिवम तिवारी, धर्मेंद्र यादव, विनोद पासवान, रामनिवास पाठक, अवनीश मिश्रा, राकेश चौबे, साधु मिश्रा, सत्येंद्र तिवारी, सत्यम पांडेय, बबलू दुबे सहित कई अन्य शामिल थे। सभा में शामिल सभी को धन्यवाद प्रकट करते हुए जिलाध्यक्ष डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार अगर जल्द सुधार का निर्देश जारी नहीं करती है तो इसके विरुद्ध पटना में बड़ा आंदोलन कर संदेश दिया जाएगा। जिसका सभी लोगों ने बढ़ चढ़ कर आंदोलन में हिस्सा लेने की बात कही।