
सासाराम (रोहतास) सोमवार को सासाराम में पहली बार एन एजुकेटिव माइंड मेथड सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता डॉक्टर अवधेश कुमार ने और मंच संचालन डॉक्टर राधेश्याम सिंह ने किया। जिसमें माइंड मेथड के बारे में बताने के लिए गुजरात अहमदाबाद बापू नगर से चलकर आए हुए डॉक्टर श्यामल किशोर सिंह ने होम्योपैथ में इलाज की बेहतरीन तकनीक के बारे में बताया गया। जिसमें आदमी का मन पहले कैसे बीमार होता है और कैसे बीमार होने के बाद आदमी किन-किन अवस्थाओं में चला जाता है। इसके बारे में वीडियो के माध्यम से पुराने और सॉल्व केस दिखाए गए। जिसमें बताया गया की बीमार होने के क्या कारण है व्यक्ति की जब मानसिक परेशानियां बढ़ जाती हैं तो रोग की उत्पत्ति नए तरीके से किस तरह से जन्म देती है। इसके बारे में भी बताया गया परेशानियां बढ़ जाती हैं और बीमार होता है तब शरीर कैसे बीमार होता है और इसके होम्योपैथ में किस तरह से इलाज अच्छे संभव है। जो जड़ मूल से नष्ट करने के बारे में भी बताया। शरीर के विभिन्न अंग बीमार हो जाते हैं तो आदमी या कोई भी मनुष्य या व्यक्ति जब बीमार की अवस्था में आता है तो अपनी परेशानियों को बताते हुए यह बताता है कि हम इस बीमारी से किस तरह से परेशान है और हमारा इससे किस तरह के कितने तरह के नुकसान हो रहे हैं उसकी व्याख्या हर कोई अलग-अलग तरीके से करता है। इस आधार पर रोगी को बहुत जल्द से जल्द ठीक किया जा सकता है चाहे वह किसी भी अवस्था में क्यों ना बीमार हो वह किसी भी रोग से क्यों ना ग्रसित हो चाहे वह बीमारी एक्यूट हो या क्रोनिक हो दोनों अवस्थाओं में मन बीमार होता है और जब मन बीमार होता है तो शरीर पर तरह-तरह के रोग देखने को मिलते हैं उन रोगों का निदान होम्योपैथ में कैसे किया जा रहा है। इसको वीडियो विजुअल केसेज के माध्यम से दिखाया गया और बताया गया कि जब आदमी बीमार होगा तो किस परिस्थिति में क्या-क्या होगा हर एक आदमी इंडिविजुअल है हर एक आदमी की अपनी एक व्यक्तित्व अपना एक आइडेंटिफिकेशन है एक ही चीज सब पर लागू नहीं हो सकती है हर आदमी के अलग-अलग पहचान है और अलग-अलग पहचान के लिए अलग-अलग तरह के वर्डस माइंड मेथड में प्रयोग किया गया है। जिस आधार पर जो हम इलाज कर रहे हैं इसमें रोगी को जल्द और जड़ से ठीक होने की बात हो रही है ऐसे केस हजारों नहीं लाखों में ठीक हो रहे हैं। यह भारत ही नहीं पूरी दुनिया में इस तरह की इलाज हो रहे हैं भारत के एक छोटे से सासाराम शहर में पहली बार इस आधार पर सेमिनार का आयोजन हुआ है जिसमें अहमदाबाद गुजरात से मुख्य स्पीकर के रूप में डॉक्टर श्यामल किशोर का दिन भर का कार्यक्रम रहा डॉक्टर श्यामल किशोर ने इसके बारे में विस्तार पूर्वक वीडियो के माध्यम से दिखाएं और बताएं कि आप लोग भी इस तरह से काम करेंगे तो बेहतर से बेहतर ढंग से इलाज कर सकते हैं रोग कि उन अवस्थाओं को ठीक करता है। जहां पर अन्य दवाएं काम नहीं करती हैं उस अवस्था में भी होम्योपैथी बेहतरीन काम करता है जिसका कोई जवाब नहीं है। होम्योपैथिक बेहतरीन ढंग से काम करके समूल रोग का नष्ट कर देता है। इस सेमिनार में रोहतास जिला औरंगाबाद, बक्सर, भभुआ, आरा और अन्य राज्य से भी हमारे कार्यक्रम में पार्टिसिपेशन हुआ डॉक्टर लोग आए और कार्यक्रम में भाग लिए यह कार्यक्रम पूर्ण रूप से एजुकेशनल था। एजुकेशन पर आधारित था। यह एजुकेशनल सेमिनार ही था इसलिए कोडरमा से गढ़वा से और गया और बिहार के बाहर के राज्यों के भी डॉक्टर आए और इस कार्यक्रम में शारिक हुए यहां पर होम्योपैथी के हिंदी मध्यम और इंग्लिश मध्यम के माइंड मेथड किताबें उपलब्ध थी। इसलिए डॉक्टर खरीदारी भी किया ताकि माइंड टेक्निक के बारे में पढ़े माइंड टेक्निक से इलाज किस तरह से किया जाएगा। होम्योपैथिक इसमें बहुत आगे जा चुका है और अभी हाल के वर्षों में इस पर ज्यादा होम्योपैथिक डॉक्टर का रुझान गया है इसलिए यहां पर कार्यक्रम आयोजन का एक और उद्देश्य था कि होम्योपैथी के माइंड मेथड को हिंदी में समझा जाए और हिंदी में पुस्तक लोगों तक उपलब्ध कराई जाए इस कार्यक्रम में जिले से डॉ शिव शंकर सिंह, डॉक्टर कामेश्वर सिंह, डॉक्टर आरपी सिंह, डॉक्टर संत प्रसाद, डॉक्टर नवाब, डॉक्टर मुकुल प्रकाश, डॉ हेमंत, डॉ राम लखन, डॉ विशाल कुमार, डॉक्टर गुप्तेश्वर सिंह, डॉक्टर शिव शंकर कुमार, डॉक्टर रामजी त्रिवेदी, डॉक्टर सुमित कुमार, डॉ सुनील कुमार, डॉक्टर शुभेंदु माटी साहब, डॉक्टर गणेश प्रसाद, डॉक्टर सी डी वर्मा, डॉ संदीप कुमार, डॉक्टर जुगल किशोर ऐसे जिले भर अन्य जिलों से अन्…