
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आहूत 16 फरवरी 2024 की आम हड़ताल एवं ग्रामीण भारत बंद को सफल बनाने के लिए लोक संघर्ष मोर्चा और आई० एफ० टी० यू० के कार्यकर्ता डिहरी नगर में सड़क पर उतरे। लोक संघर्ष मोर्चा, इफ्टू एवं जनवादी ऑटो-ई रिक्शा चालक मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं ने 16 फरवरी की बंद को सफल बनाने के लिए 15 फरवरी की शाम 5:00 बजे डिहरी में मसाल जुलूस भी निकाला और जगह-जगह नुक्कड़ सभाएं भी की। नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से दुकानदारों एवं छोटे व्यवसायियों खुदरा बाजार में विदेशी बहुराष्ट्रीय कम्पनियों की घुसपैठ, ऑनलाइन मार्केटिंग पर देसी व विदेशी बहुराष्ट्रीय कम्पनियों का नियंत्रण एवं मोदी सरकार द्वारा लाए गए जी० एस० टी० से हो रहे नुकसान के बारे में भी अवगत कराने की कोशिश की। 16 फरवरी को डिहरी नगर में जुलूस निकालकर उक्त संगठनों ने बाजार बंद कराने की कोशिश की। दसवीं कक्षा की परीक्षा के चलते आंदोलनकारियों ने सड़क को बाधित नहीं किया।
इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए लोक संघर्ष मोर्चा की संयोजिका सुनीता सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के शासनकाल में महंगाई एवं बेरोजगारी अनियंत्रित रूप से बड़ी है। किसानों को उनकी उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पा रहा है। डिहरी नगर में ऐसे सैकड़ो परिवार हैं जिनके पास अपना घर नहीं है। इन सभी समस्याओं को लेकर आज पूरे देश में भारत बंद का आयोजन किया गया है, जिसका हम समर्थन करते हैं।
जनवादी ऑटो-ई रिक्शा चालक मजदूर संघ के महासचिव दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने वाहन चालकों के विरुद्ध तानाशाही पूर्ण कानून बनाकर चालकों के लिए खतरा पैदा कर दिया है। साथ ही उन्होंने मजदूर पक्षीय श्रम कानूनों को खत्म कर बड़े-बड़े पूंजीपतियों के हित में 4 श्रम कोड बना दिए हैं। इन मजदूर विरोधी कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर हम आंदोलन के लिए मजबूर हुए हैं। इस मौके पर बंद में शामिल जनवादी ऑटो-ई रिक्शा चालक मजदूर संघ के मकसूद खान, रामाशंकर सिंह, लालबाबू राय, दिनेश चौधरी, वृज पाण्डेय, हिरण यादव, अनीता देवी, ओमप्रकाश नाज, सुरेंद्र सिंह, कुंती देवी, आदि मुख्य थे।