
कोचस (रोहतास) परसथुआ में आयोजित श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में मंगलवार की संध्या राष्ट्र धर्म सांसद का आयोजन धर्म गुरुओं के बीच किया गया। धर्म सांसद में देश के विभिन्न हिस्सों से पहुचे संतो ने भाग लिया। धर्म संसद की अध्यक्षता कर रहे श्री त्रिदंडी स्वामी जी के शिष्य श्री लक्ष्मी प्रपन्नं श्री जीयर स्वामी जी महाराज ने कहा कि धर्म वही है जिससे किसी को हानि नही है। उन्होंने कहा कि जिस किसी का आचरण से देश समाज व राष्ट्र का अहित न हो वह धर्म है। धर्म सांसद में महाराज जी ने सनातन धर्म की वृहद व्यख्या की।उन्होंने कहा कि सनातन का अर्थ है जो शाश्वत हो सदा के लिए सत्य हो। जिन बातों का सास्वत महत्व हो वह सनातन कही गई है। जैसे सत्य सनातन उन्होंने कहा ईश्वर ही सत्य है, आत्मा ही सत्य है, मोक्ष ही सत्य है, इस सत्य के मार्ग को बताने वाला सनातन धर्म भी सत्य है। वह सत्य जो अनादि काल से चला रहा है और जिसका कभी भी अंत नही होगा। वही सनातन या शाश्वत है जिनका न प्रारम्भ है और जिनका न अंत है वह सत्य को ही सनातन कहते हैं। यही सनातन धर्म का सत्य है। वैदिक या हिन्दू धर्म को इसलिए सनातन कहा जाया है। क्योंकि यही एक मात्र धर्म है जो ईश्वर आत्मा व मोक्ष को तत्व ध्यान जानने का मार्ग बतलाता है। मोक्ष से ही आत्म ईश्वर का ज्ञान होता है। यही सनातन धर्म का सत्य है। श्री श्री 1008 श्री लक्ष्मी प्रपन्नं जीयर स्वामी जी महाराज ने कहा कि 125 कुंडीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ उपलक्ष में यह धर्म सांसद आयोजित किया गया। वही लोगो को सम्बोधित करते हुए महाराज जी कहा कि अच्छी बातें सिखाये वह सनातन है। सनातन धर्म जीवन को उदार बनाने का हर बात सिखलाती है। राष्ट्र सम्मेलन के दौरान जग में पहुंचे यूपी बिहार झारखंड एमपी उड़ीसा सहित विभिन्न राज्यों के संतों को स्वागत किया गया उन्हें पुष्प गुप्त देकर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम तथा यज्ञ की अध्यक्षता कर रहे मंजीव मिश्रा, सचिव जयशंकर प्रसाद, चंद्रकेतु पांडेय ने पहुंचे संतो को सत्कार कर उन्हें आदर पूर्वक यज्ञ के विभिन्न दृश्य से अवगत कराया। संत संसद में पहुंचे लोगों की भीड़ पंडाल में उम्र पड़ी लोग एलईडी के माध्यम से कैंपस के बाहर व आसपास के बैठकर महाराज जी की कथा व आरती सुनकर आनंद उठाया। धर्म संसद के समाप्ति के बाद भजन गायको के द्वारा भक्ति का दरबार सजाया गया जहां नामी गिरामी गायक भरत शर्मा व्यास, विष्णु ओझा सहित दर्जनों कलाकारों ने अपने भक्ति भाव से लोगों को आनंदित किया। कथा में पहुंचे 50 हजार से अधिक लोगों ने भगवान की कथा सुनकर आरती व प्रसाद ग्रहण किया। सुरक्षा को लेकर थानाध्यक्ष नीरज कुमार अपने दलबल के साथ सीसीटीवी कैमरे की निगरानी के साथ एलईडी पर निगरानी करते दिखे।