
डिजिटल टीम, डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)।बिहार कौशल विकास मिशन के एक महत्वपूर्ण पहलू के रूप में, सुमन कौशल विकास केंद्र, डालमियानगर में बिहार दिवस का उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस विशेष अवसर पर, संस्था की सचिव उर्मिला देवी ने बिहार के गौरवशाली इतिहास और इसके निवासियों की कौशल और हुनर में गहराई के बारे में बोला। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार के लोगों में सीखने और आगे बढ़ने की एक अनूठी क्षमता है, जिसे बिहार कौशल विकास मिशन के माध्यम से पोषित और विकसित किया जा रहा है। कार्यक्रम में लर्निंग फैसिलेटर विकास, मधु, धर्मवीर, सिंटू और नीलू जैसे महत्वपूर्ण शिक्षा प्रदाता मौजूद थे, जिन्होंने संस्था के शैक्षणिक पहलुओं और आगामी परियोजनाओं पर प्रकाश डाला। इस विशेष दिन को और भी उल्लासित बनाने के लिए, संस्था ने एक रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया जिसमें प्रतिभागियों ने विभिन्न रंगों के माध्यम से अपनी कलात्मक प्रतिभा को प्रदर्शित किया। रंगोली के माध्यम से, उन्होंने न केवल अपने कौशल का प्रदर्शन किया बल्कि समाज में मतदाता जागरूकता के महत्व पर भी जोर दिया। इस अभियान के जरिए, संस्था ने समुदाय में मतदान की महत्ता को उजागर किया और लोगों को जागरूक बनाने का प्रयास किया।
यह उत्सव न केवल बिहार के इतिहास और संस्कृति का जश्न मनाने का एक अवसर था, बल्कि यह एक मंच भी प्रदान करता था जहाँ से राज्य के युवाओं को अपनी प्रतिभा और कौशल को आगे बढ़ाने की प्रेरणा मिल सके। सुमन कौशल विकास केंद्र ने इस उत्सव के माध्यम से बिहार में कौशल विकास के महत्व को रेखांकित किया, साथ ही यह भी दर्शाया कि किस तरह यह मिशन राज्य के विकास और उसके युवाओं के भविष्य के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।उर्मिला देवी ने अपने भाषण में बिहार के ऐतिहासिक विरासत और इसकी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कैसे बिहार दिवस का आयोजन न केवल राज्य के इतिहास को याद करने का एक माध्यम है, बल्कि यह आज के युग में बिहार के योगदान और इसके नागरिकों की क्षमताओं को पहचानने का भी एक अवसर है।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न शैक्षिक सत्र और कार्यशालाएँ भी आयोजित की गईं, जिनमें प्रतिभागियों ने कौशल विकास और आत्म-सुधार की विभिन्न तकनीकों को सीखा। ये सत्र युवाओं को अपने जीवन में और अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान करने के लिए डिजाइन किए गए थे।
सचिव उर्मिला देवी ने कहा कि इस आयोजन ने न केवल राज्य के इतिहास और संस्कृति को सम्मानित किया बल्कि आधुनिक बिहार के योगदान और भविष्य की संभावनाओं को भी उजागर किया। इस आयोजन ने समुदाय में एकता और सामूहिक प्रयास की भावना को बढ़ावा दिया, साथ ही यह विशेष रूप से युवा पीढ़ी को अपनी जड़ों के प्रति गर्व महसूस करने और अपने राज्य के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करने में सफल रहा।
मतदाता जागरूकता अभियान के जरिए, इस केंद्र ने लोकतंत्र में हर व्यक्ति की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया और युवाओं में मतदान के प्रति जागरूकता और उत्साह बढ़ाया। यह पहल समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में एक कदम माना गया, जो नागरिकों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति सचेत करता है।
कार्यक्रम के समापन पर, संस्था के अध्यक्ष डॉक्टर ठाकुर रविंद्र नाथ ने सभी प्रतिभागियों, शिक्षकों, और समुदाय के सदस्यों का धन्यवाद और सम्मान किया जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। इस उत्सव ने न केवल संस्थान के मिशन को आगे बढ़ाया बल्कि एक समर्थ और जागरूक समुदाय बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम भी रहा। रंगोली बनाने में , अनु निभा, नेहा, संध्या, , सोनम, ज्योति, सिखा, अमृता, स्नेहा, भाग्यश्री, संतोषी, रानी, प्रीती उपस्थित थीं