
डिजिटल टीम, डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। सरल बनो , खुश रहो, शांत रहो अपना काम जितना अच्छा कर सको करो।कर्म ही ईश्वर है ।पाली रोड स्थित श्री अरविंद सोसाइटी में महर्षि अरविंद के पावन दिव्य देहांश ( रेलिक्स ) के आगमन के दो दिवसीय सातवे वर्षगांठ पर गुजरात के नवसारी से पधारे वरिष्ठ साधक प्रो दिलीप भाई पटेल ने बुधवार को कही । उन्होंने कहा कि महर्षि अरविंद ने हमेशा शरीर के माध्यम से कर्म को प्रमुखता देने को कहा था। उन्होंने कहा कि अपने कर्म में लिप्त होकर तुम साधना कर सकते हो। इसे हर बार सच्चाई के साथ करने के बाद भगवान को समर्पित करने से तुम्हे जीवन का रास्ता मिल जाएगा । वरिष्ठ साधक अरुण मिस्त्री ने दिव्य देहांश पर चर्चा करते कहा कि श्री अरविंद के देहाशं आने का मतलब भौतिक रुप से उनकी सशक्त उपस्थित यहां पर है। उन्होंने कहा कि उनके स्वप्न को चरितार्थ करने के लिए हम सब को सजग रहना है। महर्षि अरविंद ने कभी भी मुक्ति औऱ स्वर्ग पर जाने की परिकल्पना नहीं की। उनके दर्शन में धरती को स्वर्ग बनाने का विजन शामिल है। वक्ताओं ने कहा कि स्वाधीनता संग्राम में लगातार सक्रिय रहने वाले महर्षि अरविंद ने सदैव उन्नत और विकसित भारत की सोच को सबसे आगे रखा। उनका मानना था कि भारत ने अब तक अपना आखिरी आध्यात्मिक सत्य दुनिया के सामने नहीं रखा है। कार्यक्रम का शुभारंभ उषा ध्यान से कार्यक्रम प्रारंभ किया। इस दौरान माता पुस्तक का स्वाध्याय, मातृ ध्वजारोहण, मौन रहकर नाम जाप, परिचर्या और प्रसाद वितरण के भी कार्यक्रम हुए। सोसाइटी की अध्यक्षा डॉ संगीता सिंह ने आगत अतिथियो का स्वागत किया । मौके पर विनोद मारोदिया, नरेंद्र कुमार सिंह, दिनेश प्रसाद, कृष्णा प्रसाद, उषा सिंह, नंद किशोर, आदि उपस्थित थे।