डेहरी आन सोन (रोहतास )। डालमियानगर अपने औधोगिक गौरव को प्राप्त करने को 37 वर्षो से इंतजार कर रहा । 2009 में लोकसभा चुनाव के पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद ने यहां डीएफसी के लिए हाई एक्सेल बोगी का निर्माण और कोपलर कारखाने का शिलान्यास किया था।लेकिन यूपीए दो की सरकार में यह चुनावी शिलान्यास बनकर रह गया ।2014 में यहां से उपेंद्र कुशवाहा के सांसद व केंद्र में मंत्री बनने के बाद थोड़ी गति बढ़ी। यहां रेल बैगन मरम्मत कारखाना ,हाई एक्सेल बोगी निर्माण व कोपलार कारखाना लगाने का निर्णय रेल मंत्रालय ने जून 2017 में लिया ।राइट्स को रोहतास उद्योग के पुराने बंद पड़े सीमेंट ,कागज समेत अन्य के कबाड़ हो चुके कारखानों को उसकी मूल्यों का पुनर मूल्यांकन कराकर बिकी करने ,प्रस्तावित रेल कारखाना का डीपीआर तैयार करने का निर्देश भी दिया गया अगस्त 2017 में पूर्व मध्य रेलवे के मुख्यालय हाजीपुर में रेलवे और राइट्स के बीच इसे ले एम यू पर हस्ताक्षर किए गए। बन्द पड़े रोहतास उद्योग के कबाड़े की नीलामी रेलवे ने 2018 सितम्बरमें 96 करोड़ कर दिया । कार्य एजेंसी ने कबाड़ हटा औधोगिक परिसर को समतलीकरण कर दिया है।2020के रेल बजट में यहां रेल के कारखाने लगाने के टेंडर भी निकला ।
डीएफसीसी रेल लाइन से रेल वैगन मरम्मत कारखाना तक रेल लाइन बिछाने को 10 करोड़ का टेंडर किया गया ।वही रेल वैगन मरम्मत कारखाना में ब्लास्टिक ट्रैक बिछाने को टेंडर हुआ ।2021 में फिर ग्रहण लग गया ।निर्वतमान सांसद महाबली सिंह को सदन में रेल मंत्री ने कह दिया कि डी एफ सी सी के बगल से गुजरने के कारण अब डालमियानगर में रेल कारखाना लगाना संभव नही है ।
स्थानीय लोगो को कहना है कि डालमियानगर के मामले को सही ढंग से जनप्रतिनिधि रेल मंत्री से समक्ष भी रख पाए ।जब यहां डी एफ सी सी के लिए रेल बैगन का निर्माण होना है तो कारखाना परिसर तक रेल लाइन तक ले जाना होगा ।रेल मंत्री के सहमति की बाते सताधारी दल के लोग बता रहे है ।आमजन आश्वासो को मूर्त रूप होने का इंतजार कर रहे है ।
+समाजसेवी संजय सिंह कहते है डालमियानगर के पुराने वैभव को प्राप्त लगभग चार दशक से अश्वशनो की घुट पी रहे है । रोहतास उद्योग समूह को 9 जुलाई 1984 को यहाँ प्रबन्धन ने तालाबन्दी कर दिया ।इसके बन्द होने से 20 हजार कर्मचारी समेत एक लाख से अधिक परिवार रातों रात सड़क पर आ गए। हमलोग की पहली मांग है जो यहां रेल कारखाना लगाएगा उसको लोग अपना समर्थन देंगे ।
2009 लोकसभा चुनाव के पूर्व यहां उस समय के रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने काराकाट संसदीय क्षेत्र के तहत डालमियानगर में हाई एक्सेल बोगी व कैपलर कारखाना का शिलान्यास भी कर दिया । लेकिन यूपीए पार्ट 2 की सरकार ने यहां रेल कारखाना लगाने के मामले को ठंढे में डाल दिया । 2020 में बजटीय प्रवधान पर आस जगी ।अब तक बजट तक ही सीमित है । बन्द पड़े रोहतास उद्योग के कबाड़े की नीलामी रेलवे ने 2018 सितम्बरमें 96 करोड़ कर दिया । कार्य एजेंसी ने कबाड़ हटा औधोगिक परिसर को समतलीकरण कर दिया है।कबाड़ हटे लेकिन कारखाना लगने का अब तक इंतजार है ।