
सासाराम (रोहतास) मजदूरी कराने के लिए एक वर्ष पूर्व ले गए 9 महादलित बच्चों के लापता होने की एक खबर अखबार में प्रकाशित होने पर संज्ञान लेते हुए रोहतास बाल कल्याण समिति ने श्रम अधीक्षक को एक समिति गठित कर पूरे मामले की जांच कराने का निर्देश दिया है। इस मामले में काराकाट थाने में बच्चों के परिजनों के आवेदन पर दर्ज प्राथमिकी में त्वरित कार्रवाई कर बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी से भी रिपोर्ट की मांग की गयी है। काराकाट थाने के चिकसील गांव से 9 बच्चों को एक वर्ष पूर्व दूसरे राज्य में ले जाया गया था। लेकिन अब उन बच्चों का कोई सुराग नहीं मिल रहा है। इस मामले में काराकाट थाने में प्राथमिकी दर्ज़ कराकर भोजपुर ज़िले के आयर थानान्तर्गत बरांव ग्राम निवासी विमल राम मुसहर और अगियांव थानान्तर्गत सरथुआ निवासी दिनेश यादव को आरोपी बनाया गया है। परिजनों ने बच्चों के अपहरण का आरोप लगाया है। बाल कल्याण समिति को आशंका है कि बच्चों को बाल दासता में डाल दिया गया हो या मानव तस्करी के शिकार हो गए हों। एक वर्ष से उनके गायब होने के कारण उनके खतरे में पड़ने की आशंका की वज़ह बाल कल्याण समिति की चिंता बढ़ गयी है। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष संतोष कुमार, सदस्य ददन पाण्डेय और गायत्री कुमारी के द्वारा उक्त जानकारी दी गई।
