डिजिटल टीम, पटना।
भागलपुर के छोटी खंजरपुर निवासी होमगार्ड जवान अश्विनी कुमार सिंह (53) का समाहरणालय परिसर में ड्यूटी के दौरान ही अचानक मौत हो गई। अपने पिता की मौत के बाद उनकी दोनों बेटियों ने ही बेटा बनकर शव को कंधा देकर घाट पर पहुंचाया और वहां मुखाग्नि भी दिया। परिजनों ने बताया कि ड्यूटी के दौरान ही अश्विनी कुमार सिंह ने सीने में दर्द होने की बात कही जिसके बाद वहां मौजूद पुलिस कर्मियों द्वारा उन्हें तुरंत सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने उनके हार्ट में ब्लॉकेज होने की बात कही। इसके बाद जवान के परिजन पहुंचे और उन्हें निजी क्लीनिक में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई। होमगार्ड जवान की मौत के बाद उनके परिजनों का रो–रोकर हाल बुरा हो गया। इस घटना के बाद पुलिस अधिकारियों द्वारा पूरे सम्मान के साथ कंबाइंड बिल्डिंग में होमगार्ड जवान के शव को गार्ड ऑफ ऑनर देकर विदाई दी गई। वहीं स्नातक में पढ़ने वाली जवान की बड़ी बेटी श्रुति एवं छोटी बेटी साक्षी ने बेटा बनकर अपना फर्ज निभाते हुए पिता के शव को कंधा देकर दाह संस्कार के लिए घाट तक पहुंचाया और वहां मुखाग्नि भी दी। यह देखकर इलाके में चारों तरफ इन दोनों साहसी बेटियों की चर्चा हो रही है।
कमांडेंट हरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि होमगार्ड जवान की मौत के बाद उनके परिजनों को दाह संस्कार के लिए तुरंत 15000 रूपये उपलब्ध करा दिया गया है। वहीं मृत जवान की पत्नी रंजू कुमारी को 2 साल तक प्रत्येक महीने 2000 रूपये और एक मुश्त 4 लाख रूपये की आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी। इस दुख की घड़ी में हम सभी उनके साथ हैं।