नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और महासचिव (संगठन) के पदों पर नए चेहरे सामने आ सकते हैं। बीजेपी में दो महत्वपूर्ण नियुक्तियां देखने को मिल सकती है। जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष और संगठन महासचिव का पद शामिल है। वर्तमान में पार्टी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का कार्यकाल बढ़ाया गया था। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद इस पद पर किसी और की नियुक्ति हो सकती है। द संडे गार्डियन की एक खबर के अनुसार, राष्ट्रीय संगठन महासचिव का पद जो फिलहाल में कर्नाटक के रहने वाले बीएल संतोष के पास है उनकी जगह किसी और की नियुक्ति की चर्चा जोरों पर हैं। इस पद पर आरएसएस के पूर्णकालिक की नियुक्ति होती है। परंपरा है कि आरएसएस पदाधिकारियों को दो कार्यकाल के बाद मूल संगठन में वापस बुला लिया जाता है। पूर्व संगठन मंत्री रामलाल को इस नियम से बाहर रखा गया था। झारखंड, महाराष्ट्र और हरियाणा के विधानसभा चुनाव के कारण बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जल्द होने की संभावना है। पूर्णकालिक अध्यक्ष के बिना संगठन को सही तरीके से चलाने में भी समस्या होगी। खबर के अनुसार, इन राज्यों के विधानसभा चुनाव को बीजेपी एक चुनौती के तौर पर देख रही है।
संगठन महासचिव के पद को माना जाता है महत्वपूर्ण
आरएसएस और भाजपा के बीच समन्वयक की भूमिका निभाने वाले संगठन महासचिव की नियुक्ति से चुनावी तैयारी और उम्मीदवारों के चयन में भी मदद मिलेगी। इस महत्वपूर्ण पद पर पीएम नरेंद्र मोदी और कुशाभाऊ ठाकरे भी रह चुके हैं। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि इस महत्वपूर्ण पद के लिए संघ के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर और बिहार के एक अन्य प्रमुख पदाधिकारी का नाम चर्चा में है। लेकिन चर्चा के विपरित पदों के लिए चयन वैसे उम्मीदवारों का भी किया जा रहा है जिसके लिए लोगों ने किसी भी तरह की उम्मीद नहीं की थी।