औरंगाबाद। सहोदर भाई की हत्याकांड में शामिल दो सगे भाईयों को जम्होर थाना की पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए आरोपित की पहचान थाना क्षेत्र के धनाव गांव निवासी मो. इमरान अंसारी एवं मो. कुर्बान अंसारी के रूप में की गई है। दरअसल बीते 9 जुलाई को धनगाई स्थित नहर से एक अज्ञात युवक का शव बरामद किया गया था। इस दौरान शव की हाथ और पैर में लोहे की सिकड़ तथा ताला लगा हुआ था। साथ ही प्लास्टिक की रस्सी से गर्दन कसी हुई थी। प्रथम दृष्टया के अनुसार युवक की हत्या कहीं और की गई हो और साक्ष्य छुपाने की नियत से शव यहां नहर में फेंक दिया गया था। प्रेस-वार्ता के दौरान सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वन संजय कुमार पांडे ने कहा कि कांड के त्वरित उद्भेदन एवं हत्या में शामिल अपराध कर्मियों की गिरफ्तारी को लेकर एक विशेष टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा विभिन्न जगहों का सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन, संभावित घटना स्थलों का निरीक्षण तथा तकनीकी साक्ष्यों का विश्लेषण करते हुए कई लोगों से पूछताछ के दौरान युवक की पहचान धनाव गांव निवासी मो. एहसान अंसारी के रूप में की गई।
इस दौरान पता चला कि मृतक का करीब पांच वर्षों से मानसिक स्थिति ठीक नहीं था जिसके कारण वह अपने भाईयों और घर वालों पर कई बार हिंसक एवं जानलेवा हमला कर चुका था, इससे घर वाले काफी परेशान रहते थे। इसकी हरकतों से तंग आकर पकड़े गए दोनों सगे भाइयों ने मो. एहसान को बात में लेकर इनोवा कार से काजीचक नहर के पास ले गए। जहां रस्सी की सहायता से पहले गला दबाकर हत्या कर दिया गया तथा साक्ष्य छुपाने की नियत से शव को नहर में फेंक दिया गया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कार जब्त कर लिया गया है। संदर्भ में आवश्यक कार्रवाई के उपरांत दोनों को जेल भेज दिया गया।इस कार्रवाई में थानाध्यक्ष राज किशोर प्रसाद, ज़िला आसूचना इकाई प्रभारी शंभू कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक राम इकबाल यादव एवं पुलिस अवर निरीक्षक विरेन्द्र कुमार राम सहित अन्य शामिल थे।