खैरा (जमुई)। जीत झिंगोई महादलित टोला में डायरिया फैलने से लोग आक्रांत हैं। पहले ही दिन 40 वर्षीय बुच्चो मांझी की मौत हो गई। परिजन कुछ समझ नहीं पाए कि आखिर यह अचानक क्या हो गया। सूचना पाकर मृतक की 8 वर्षीय नतिनी मोकामा से जीत झिंगोई पहुंची। कुछ देर बाद उसकी भी तबियत बिगड़ गई और मौत हो गई। नाना बुच्चो मांझी और नतिनी मधुली कुमारी की मौत होने के पश्चात इस परिवार में अन्य लोगों की भी तबीयत बिगड़ने लगी है और परिवार एवं गांव के लोग डायरिया से आक्रांत होने लगे हैं।
जीत झिंगोई पंचायत के सरपंच अनिल रविदास ने बताया कि मैंने डायरिया के संबंध में सिविल सर्जन जमुई एवं खैरा अस्पताल के प्रभारी को मोबाइल से सूचना दिया था। सूचना के बाद गुरुवार को अस्पताल से दवा का कार्टून गांव पहुंचा लेकिन अस्पताल से कोई डॉक्टर अथवा कर्मी नहीं पहुंचे। पीड़ितों में सुगिया देवी पति बुच्चों मांझी, संगीता कुमारी पिता बुच्चों मांझी, इंदु कुमारी पिता बुच्चों मांझी, राहुल कुमार पिता प्रकाश मांझी एवं हरि मांझी का पोता भी आक्रांत है। सूचना पाकर शुक्रवार को सिविल सर्जन जमुई खैरा के स्वास्थ्य टीम के साथ महादलित टोला जीत झिंगोई पहुंचे और वहां मृतक के सभी पीड़ित परिजन से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गांव के सभी पांच आक्रांत को लेकर खैरा अस्पताल जा रहा हूं। वहां कोई भी कठिनाई नहीं होगी और इलाज के लिए समुचित व्यवस्था कर ली गई है।