पटना। जन सुराज के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय कुमार ठाकुर ने भ्रष्टाचारी और परिवारवादी राजद की नेत्री रोहिणी आचार्य द्वारा ट्वीट कर जन सुराज के संस्थापक और पदयात्रा अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर जी पर भद्दी टिप्पणी करने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि राजद नेत्री रोहिणी आचार्य का इस तरह कहना उनका मानसिक दिवालियापन और घटिया सोच का प्रमाण है। चलनी हंसलिन सूप के जिनका अपने बहत्तर को छेद वाली कहावत को चरितार्थ कर रही है रोहिणी आचार्य। उन्हें याद रखना चाहिए कि जब 2014 से पूर्व राजद सिमट कर तेइस विधायक वाली पार्टी रह गयी थी तब इसी प्रशांत किशोर जी ने 2015 में महागठबंधन बना कर ( राजद, कांग्रेस और जदयू) बिहार की सत्ता वासस दिलायी थी।उसे भूलना उनकी कृतघ्नता है। मवेशी का चारा खाने से लेकर जमीन के बदले नौकरी देने वाले परिवार के सदस्य रोहिणी किस मुंह से प्रशांत किशोर जी पर फब्तियां कसती है? उन्हें शर्म क्यों नहीं आती? दर असल उनके बाबू जी और भैया की राजद पार्टी के लालटेन से तेल ( मुस्लिम समाज) तेजी से निकल रहा है जिससे पूरा परिवार तिलमिला गया है और ऐसे ही अनर्गल प्रलाप कर रहा है। समाज के सभी वर्गों , जातियों और धर्मों के लोग प्रशांत किशोर के नेतृत्व में विश्वास जताते हुए तेज़ी से जुड़ते जा रहें हैं जिससे राजद, भाजपा और जदयू की बेचैनी बढ़ गई है और उन सभी के पेट में दर्द होने लगा है। 2025 के चुनाव में कुछ बोलने – कहने के लायक भी नहीं रहेंगे ये लोग क्योंकि इन सभी का सूपड़ा साफ होना तय है। प्रशांत किशोर की संपत्ति और मिल रहे सहयोग तथा अभियान पर किया जा रहा खर्च सब ह्वाइट मनी है। रोहिणी जी को बताना चाहिए कि राजद को पार्टी चलाने का खर्चा कहां से आता है? वैसे सभी बिहारी को इनके परिवार के सभी नेताओं की कारस्तानी मालूम है जिसे बताने की जरूरत नहीं है।