डिजिटल टीम, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के कॉन्सटिट्यूशन क्लब में शनिवार को महिला सशक्तिकरण के नाम पर पुरूष उत्पीड़न के मुद्दे पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अतिथियों के तौर पर सेवानिवृत जस्टिस ज्ञान सुधा मिश्रा, आरएसएस के इंद्रेश कुमार, सुब्रमण्यम स्वामी, पूर्व आईपीएस संजय झा, डॉ पतंजली देव नायर, अनिता चौधरी मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत द्वीप प्रज्वलन के साथ हुई। इस दौरान विशिष्ट वक्ताओं ने महिलाओं के सशक्त होने की बात कही और रानी अहिल्याबाई का जिक्र किया। सशक्तिकरण का मतलब कतई कानून का दुरूपयोग करना नहीं है। इसके खिलाफ कानून बनाने की मांग की।
पूर्व आईपीएस संजय झा ने हालकी घटनाओं का जिक्र करते हुए ऋग्वेद की मंडलों का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पश्चिमी नारीवाद सिर्फ अधिकार की बात करता है। जो परिवार में विखंडन की बात करता है। संयोजक सुदर्शन ने कहा कि हर साल पूरे देश में लगभग 64 हजार युवा शादी की समस्याओं से परेशान होकर आत्महत्या कर लेते हैं। धन्यवाद ज्ञापन हरप्रीत सिंह पन्नू ने किया।