
सीतापुर, 6 मार्च (हि.स.)। नैमिषारण्य के मिश्रिख क्षेत्र में चल रही 84 कोसीय परिक्रमा ‘कुम्भ’ के बीच राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) पर्यावरण संरक्षण के संकल्प को मूर्त रूप देने जा रहा है। यहां पर 7 से 9 मार्च तक तीन दिवसीय अखिल भारतीय पर्यावरण सरक्षंण गतिविधि की बैठक का आयोजन हाेने जा रहा है।बैठक में आरएसएस के सह सर कार्यवाह डॉ कृष्णगोपाल प्रमुख रूप से मौजूद रहेंगे।
पर्यावरण सरक्षंण आयाम के प्रांत संयोजक विष्णु दत्त दीक्षित ने हिन्दुस्थान समाचार से गुरूवार काे बताया कि संघ के ‘पंच परिवर्तन’ बिन्दुओं में पर्यावरण संरक्षण भी प्रमुख रूप से शामिल हैं। इसके अंतर्गत जल, जमीन, जंगल, जानवर एवं जन्तु को बचाने के लिए संघ देश भर में पर्यावरण के तहत काम कर रहा है। इसी क्रम में एक अखिल भारतीय बैठक नैमिषारण्य क्षेत्र में 7, 8, 9 मार्च काे आयोजित की जा रही है। यह बैठक नैमिषारण्य के भैरमपुर रोड पर रंगनाथ मन्दिर परिसर में आयाेजित हाेगी। इस दाैरान पर्यावरण के प्रति और जनता को जागरूक कर बचाव काे लेकर रणनीति बनाई जाएगी।
उन्हाेंने बताया कि इस बैठक में देश भर में पर्यावरण सरक्षंण कार्य में लगे सभी राज्यों के प्रांत प्रमुख सहित कुल 300 प्रतिनिधि शामिल होंगे। पिछले वर्ष यह बैठक कर्नाटक के मैसूर में आयोजित की गई थी। बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्णगोपाल के अलावा पर्यावरण गतिविधि के राष्ट्रीय संयोजक गोपाल आर्या, सह संयाेजक राकेश जैन सहित कई अन्य संघ के कार्यकर्ता प्रमुख रूप से मौजूद रहेंगे।
प्रांत संयोजक ने यह भी बताया कि तीन दिवसीय बैठक काे लेकर केंद्रीय टोली के साथ तैयारियाें काे लेकर गुरुवार(आज)शाम को बैठक होगी। इसमें एक सत्र जनसंपर्क का भी रखा गया है। इसके तहत में प्रत्येक घर ‘हरित घर’ हो, उसके लिए जनसंपर्क किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि नैमिषारण्य क्षेत्र में इस समय 84 कोसीय परिक्रमा जारी है। इस परिक्रमा में नैमिषारण्य के साधु-संतों के साथ देश भर के कई राज्यों के अलावा नेपाल, भूटान से आने वाले श्रद्धालु शामिल होते हैं। होली की पूर्व संध्या तक चलने वाली इस परिक्रमा में लगभग 10 लाख से भी अधिक लोगाें के आने की बात कही जा रही है। इस परिक्रमा मेले के बीच संघ की पर्यावरण गतिविधि की बैठक महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
