
पटना, राजधानी पटना के साधनापुरी स्थित फर्स्ट स्टेप स्कूल में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया, जहां अलग-अलग क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।
साधनापुरी में फर्स्ट स्टेप स्कूल की नयी शाखा का शुभारंभ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर किया गया। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिक्षिका एवं कवियत्री नूतन सिन्हा, यूनाईटेड न्यूज ऑफ इंडिया के उप संपादक प्रेम कुमार, पटना उच्च न्यायालय की अधिवक्ता प्राची राज और उद्घोषक रंजन कुमार की गरिमामयी उपस्थित रही। आंगतुक अतिथियों ने फीता काटकर और दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की। इसके बाद मधु और काजल ने सरस्वती वंदना की। मौके पर सभी आंगतुक अतिथियों को फर्स्ट स्टेप स्कूल की डायरेक्टर लीना प्रिया ने शॉल और मोमेंटो देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर आठ महिलाओं को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाली महिलाओं में पलक, ज्योति,गौरी, कंचन, निशि ,पूजा ,सुमन और सीमा शामिल रहीं। कार्यक्रम का संचालन मधु और रंजन कुमार ने संयुक्त रूप से किया।
इस मौके पर लीना प्रिया ने कहा कि विश्वभर में हर साल 08 मार्च को महिला दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन को दुनिया भर की महिलाओं के अधिकारों और उपलब्धियों के सम्मान के रूप में याद किया जाता है।महिलाओं को पुरुषों के बराबर सम्मान देने और उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करना इस दिन को मनाने का मकसद है। महिलाओं के हौसलों को बुलंद करने और समाज में फैले असमानता को दूर करने के लिए इस दिन का काफी महत्व है। महिलाएं दुनिया की आधी आबादी का हिस्सा हैं. वे किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं हैं. समाज की प्रगति में जितना बड़ा योगदान पुरुषों का है, उतना ही महिलाओं का भी है, लेकिन फिर भी तमाम जगहों पर आज भी महिलाओं को पुरुषों के समान ,अवसर और सम्मान नहीं मिल पाता।
लीना प्रिया ने बताया कि इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। प्रेम कुमार, नूतन सिन्हा और रंजन कुमार ने अपने लाजवाब पार्श्वगायन से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया वहीं नंदिनी ने अपने मनमोहक नृत्य से समां बांध दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल के प्रधानाध्यापक शिवम कुमार, शिक्षिका काजल और मधु का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से किया गया। उन्होंने आंगतुक , सभी अतिथियों तथा सभी महिलाओं
को कार्यक्रम में शिरकत करने के लिये धन्यवाद दिया।
