
डेहरी ओन सोन
डेहरी डालमियानगर नगर परिषद के मुख्य पार्षद शशि कुमारी ने काराकाट के सांसद राजाराम सिंह से डेहरी ओन सोन में विभिन्न ट्रेनो के ठहराव की मांग की है। मुख्य पार्षद के अनुसार पूर्व मध्य रेलवे के अधीन पंडित दीन दयाल उपाध्याय जं०- गया जं० रेलखंड के बीच ए श्रेणी का डिहरी ऑन सोन सर्वाधिक राजस्व देने वाला स्टेशन है। सबसे ज्यादा यात्रीयों का आना जाना होता है। मण्डल में डीडीयू और गया के बाद तीसरा सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन का दर्जा प्राप्त है। इस स्टेशन से शहर के लोगो के अलावा अन्य जिलों एवं झारखण्ड के लोग भी यात्रा करते है। स्टेशन से रात्री में भी 100-150 किलोमीटर दूरी तक लोग ट्रेन से आते जाते है। ऐतिहासिक, व्यवसायिक व पर्यटन के लिहाज से डेहरी ऑन सोन स्टेशन काफी महत्वपूण है। इस स्टेशन से यात्री ऐतिहासकि रोहतास किला, महादेव खोह, चौरासन मंदिर, गणेश मंदिर, झारखंडी मंदिर, धूप घडी, जैन मंदिर, नौलखा मंदिर, तुतला भवानी धाम, कशीश वाटरफाल, विश्व का चौथा सबसे बडा डैम इन्द्रपुरी डैम और भारतीय रेलवे एकमात्र ट्रिपल ट्रैक सोन ब्रीज घूमने आते है। डालमियानगर में रेलवे के द्वारा एक्सेल वैगन मरम्मत और कपलर का कारखाना भी लगने वाला है।
उन्होंने 11427/28 पुणे- जसीडीह एक्सप्रेस (साप्ताहिक),
22499/500 वाराणसी-देवघर वन्दे भारत एक्सप्रेस,
12937/38 हावड़ गाँधीधाम एक्सप्रेस (साप्ताहिक),
12357/58 कोलकाता-अमृतसर दुर्गियाना एक्सप्रेस (द्विसाप्ताहिक),
12349/50 गोड्डा नई दिल्ली हमसफर एक्सप्रेस (साप्ताहिक),
12323/24 हावड़ा-बाड़मेर सुपरफास्ट एक्सप्रेस (साप्ताहिक),
20887/88 वाराणसी-राँची वन्दे भारत एक्सप्रेस,
12371/72 हावड़ा-जैसलमेर एक्सप्रेस (साप्ताहिक) के ठहराव को पहल करने की मांग की है।