डिजिटल टीम, नई दिल्ली। पॉलिटिकल रैलियां, किसान आंदोलन और धार्मिक आयोजन कोरोना संक्रमण को बढ़ाने में सुपर स्प्रेडर साबित हो रहे हैं। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, इस तरह का बयान टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीति सलाहकार समूह के चेयरमैन डॉ एनके अरोड़ा ने दिया है। ऐसा बयान उस समय आया जब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में किसानों का आंदोलन चल रहा है। इसके अलावा हरिद्वार में कुंभ मेले का आयोजन किया गया है। वहीं बंगाल में विधानसभा चुनाव जोरों पर है। वैसे इस बयान में उन्होंने किसी भी तरह के आयोजन का नाम परोक्ष रुप से नहीं लिया है। उनका मानना है कि युवा वर्ग इस समय पूरी तरह लापरवाह दिख रहे हैं। छोटे छोटे आयोजन के दौरान समूह में मौजूद रह रहे हैं। इसके अलावा लगातार पार्टियां कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक आयोजन कोरोना के सुपर स्प्रेडर साबित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन को अगर बंद नहीं किया जाता तो हमारे लिए समस्या खड़ी हो सकती है। उन्होंने इसके लिए गंभीरता से सोचने की जरुरत बताई है। उन्होंने स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार लॉकडाउन लगाने पर जोर दिया। उन्होंने राष्ट्रस्तर पर लॉकडाउन का समर्थन नहीं किया। लेकिन कहा कि लॉकडाउन लगाने का अनुभव और उसका लाभ हम सबको पता है। उन्होंने कहा कि पूरे देश ने यह जान लिया है कि आखिर लॉकडाउन के प्रभाव से भी कैसे पूरी तरह बाहर आना है।