विश्रामपुर (पलामू )। विश्रामपुर प्रखंड के तोलरा गांव में जिले के अनाबद्ध राशि से रेलवे लाइन से निर्माणाधीन अस्पताल तक बने पीसीसी सड़क 2 वर्ष भी ठीक से नहीं चला और सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। इस संबंध में स्थानीय लोगों के द्वारा विभागीय अधिकारियों सहित पलामू उपायुक्त को भी आवेदन देकर जांच व संवेदक पर कार्रवाई की मांग की गई थी। लेकिन विभागीय अधिकारियों के द्वारा जांच और कार्रवाई के नाम पर केवल औपचारिकता पूरी करते हुए संवेदक को बचाते हुए लाभ दिलाने का कार्य किया गया ऐसा ग्रामीणों का कहना है। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह स्पष्ट होता है कि संवेदक के द्वारा निर्माण कार्य में बड़े पैमाने पर अनियमितता बरती गई है। ढलाई के पूर्व कहीं भी ईट सोलिंग आदि का कार्य नहीं किया गया है।
सड़क निर्माण के बाद ही आने लगी थी दरारे
स्थानीय लोगों का आरोप है कि सड़क बनते हीं उसमे दरारे आने लगी थी। जिसकी शिकायत ग्रामीणों के द्वारा संवेदक की ओर से बरती जा रही लापरवाही व निर्माण कार्य में अनियमितता को लेकर इसकी शिकायत मुख्यमंत्री जन शिकायत कोषांग में भी किया गया था। लेकिन विभागीय अधिकारियों की संवेदक के साथ संलिप्तता होने के कारण कोई कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है। ग्रामीणों के अनुसार यह सड़क विशेष प्रमंडल से करीब 48 लाख की लागत से उक्त पथ का निर्माण कराया गया है।
आयुक्त से मिलकर करेंगे निर्माण कार्य की शिकायत
सड़क की वर्तमान स्थिति को देखते हुए स्थानीय लोगों के द्वारा एक बार फिर इस संबंध में पलामू आयुक्त जटाशंकर चौधरी से मिलकर शिकायत करने का निर्णय लिया है। लोगों का कहना है कि इस संबंध में विभागीय अधिकारी सहित पलामू उपायुक्त को भी आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की गई लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक पहल नही हो पाई। नतीजतन संवेदक जैसे तैसे अपने कार्यों को पूरा कर भाग गया आज सड़क 2 वर्ष भी ठीक से नहीं चल पाई। सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। तोलरा गांव के ग्रामीण आयुक्त से मिलकर संवेदक व विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग करेंगे।