मेदिनीनगर (पलामू)। इस बार कोरोना का वैरिएंट काफी अलग है और ज्यादा संक्रामक है। लोगों के बीच जल्दी फैल रहा है। इससे हमें बचने को जरूरत है। लोग वैक्सीन लेंगे, कोरोना से बचे रहेंगे। उक्त बातें उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी शशि रंजन ने एक बैठक के दौरान कही। गुरुवार को डीसी की उनकी अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से बैठक हुई। इसमें जिले के सभी प्रखंड के इंसिडेंट कमांडर-सह-बीडीओ मुखिया गण, प्रभारी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे। इनके अलावा जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारी एनआईसी के सभागार से बैठक में उपस्थित हुए।
ग्रामीण क्षेत्रों के वैक्सीनेशन और टेस्टिंग कार्य की हुई समीक्षा
बैठक के दौरान जिले में चल रहे वैक्सीन कार्य, सर्वेक्षण के कार्य सहित ग्रामीण क्षेत्रों में किए जा रहे टेस्टिंग की भी समीक्षा की गई। बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा कि जिले में अप्रैल माह में वैक्सीन का अभियान चलाया गया था। उसमें पदाधिकारी तथा मुखियागण ने काफी सहयोग किया। इसके कारण अभियान सफल रहा। उस अभियान का परिणाम हमें मिला। हमारे ग्रामीण क्षेत्र के लोग कोविड से बचे रहे। लेकिन 45 वर्ष से ऊपर के मात्र 33 परसेंट लोगों को वैक्सीन दिया गया है। समझने की बात है कि हर 2 से 3 महीने में यह वायरस काफी घातक हो रहा है। तीसरी लहर को लेकर हमें तैयार रहना होगा। 45 वर्ष के ऊपर के लोग जो लोग बच गए हैं उनके लिए हम पंचायत स्तर पर वापस से वैक्सीन के लिए अभियान चलाने जा रहे हैं।
”वैक्सीन ही करेगा कोरोना से बचाव”
उपायुक्त ने कहा कि हमारे अस्पताल में जितने भी मरीज भर्ती हैं उन्होंने वैक्सीन नहीं ले रखा है। इसका अर्थ साफ है कि वैक्सीन लेने के बाद आप अस्पताल में भर्ती नहीं होंगे। कोरोना को लेकर कोई अन्य दवा नहीं है। वैक्सीन ही कोरोना से बचाएगा। 28 एवं 29 मई 2021 को पंचायत स्तर पर वैक्सीन हेतु अभियान चलाया जाएगा। सभी मुखिया गण, प्रभारी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी इस अभियान के दौरान लोगों के बीच जाएंगे तथा लोगों को वैक्सीन लेने हेतु जागरूक करेंगे।
”मोबाइल वैक्सीनेशन का काम होगा शुरू”
इसके अलावा उपायुक्त ने मुखिया गण, प्रभारी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी से ऐसे क्षेत्र जहां से लोग वैक्सीन केंद्र पर नहीं आ सकते हैं उनकी सूची तैयार करने की बात कही। उपायुक्त ने कहा कि सुदूर क्षेत्रों के लिए जिले में मोबाइल वैक्सीनेशन का कार्य शुरू किया जाएगा। सुदूर क्षेत्रों में वैक्सीन को लेकर गाड़ी भेजी जाएगी और लोगों को वैक्सीन दिया जाएगा।
”कोरोना के इलाज में टाइमिंग है जरूरी”
उपायुक्त ने कहा कि कोरोना के इलाज में टाइमिंग बहुत जरूरी है। लोगों को यदि लगता है कि उन्हें सर्दी, खांसी जैसे लक्षण डेवेलप हो रहे हैं तो वे जांच जरूर कराएं। उसे टालने की जरूरत नहीं है। अगर समय पर कोरोना डिटेक्ट हो जाता है तो इलाज आसानी से घर में रहकर संभव है। 2 से 3 दिनों के अंदर कोरोना फेफड़ों तक पहुंच जाता है। जिसके बाद अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है। उपायुक्त ने लोगों से अपील की कि वे जांच कराएं पॉजिटिव पाए जाने पर उनको आइसोलेशन किट दी जाएगी, जिससे वे घर पर ही ठीक हो सकेंगे। इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि सभी मुखिया गणों को पल्स ऑक्सीमीटर दिया गया है। संक्रमित मरीजों जो होम आइसोलेशन पर है उनका ऑक्सीजन लेवल निरंतर नापना है। ऑक्सीजन लेवल कम होने पर मरीजों को जल्द से जल्द नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया जाए।
”100 प्रतिशत वैक्सीनेशन वाले पंचायत आदर्श पंचायत होंगे घोषित”
उपायुक्त ने कहा कि ऐसे पंचायत जहां 45 वर्ष से ऊपर के 100 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लग जाएगा उस पंचायत को आदर्श पंचायत घोषित किया जाएगा साथ ही साथ संबंधित पंचायत के मुखिया को सम्मानित भी किया जाएगा।बैठक के अंत में उपायुक्त ने सभी मुखियागण तथा प्रखंड विकास पदाधिकारी से उनके संबंधित क्षेत्र में कोरोना की स्थिति के बारे में जानकारियां ली।