गढ़वा में एक मजदूर की मौत हो गई और परिवार इंतजार कर रहा है कि कोई उसका अंतिम संस्कार कर दे। मौत के बाद मजदूर को चार कंधा भी नसीब नहीं हो रहा है।
संवाददाता, गढ़वा। गढ़वा जिला मुख्यालय के चिनिया रोड में एकाएक एक मजदूर की मौत हो गई। उसके परिवार में पत्नी के अलावा चार छोटे बच्चें बचे हैं। इंसानियत किस तरह दम तोड़ चुकी है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सका है कि उसे कोई भी कंधा देने वाला नहीं मिल पा रहा। परिजन अंतिम संस्कार के लिए लोगों का इंतजार कर रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक कमलेश चौधरी नाम का मजदूर गढ़वा थाना क्षेत्र के दुबे मरठिया गांव का रहने वाला है। कमलेश को उसके घर से निकाल दिया गया था। उसके बाद वह मजदूरी करने उत्तर प्रदेश चला गया। लॉकडाउन में वह लौटकर गढ़वा आ गया। चिनिया रोड में पुलिस लाइन के पास एक कमरे में रहने लगा । 6 दिन पहले उसी कमरे में उसकी पत्नी को चौथा बच्चा हुआ । लॉकडाउन (lockdown) के कारण मजदूर को काम भी नहीं मिल रहा था। इस कारण कई दिन उसका परिवार भूखे ही सो जाता था । परिजनों के मुताबिक वह शुक्रवार की रात बाहर से लौटा और बिना खाए सो गया । सुबह अचानक उसकी मौत हो गई । मोहल्ले के रोहित कुमार ने कहा कि मजदूर बहुत गरीब था । कई दिनों से इसे काम भी नहीं मिल रहा था । पूरा परिवार भूखे ही सो जाता था । उन्होंने जनप्रतिनिधियों और समाजसेवियों से मदद की गुहार लगाई है ।