हैदरनगर. हैदरनगर प्रखण्ड सहित अनुमंडल क्षेत्र में नदी से बालू का उठाव नहीं होने के कारण प्रधानमंत्री आवास योजना का निर्माण में पूर्ण रूप से ग्रहण लग गया है। एक तरफ प्रखण्ड प्रशासन का दबाव तो दूसरी तरफ सोन नदी घाटों से बालू का उठाव नहीं होने के कारण ग्रामीण काफी परेशान दिख रहे हैं। हैदरनगर प्रखंड क्षेत्र के कई गांवों के गरीब ग्रामीण यह बताते हैं कि प्रखंड विकास पदाधिकारी का निर्देश है कि अविलंब अधूरे पड़े प्रधानमंत्री आवास योजना को पूर्ण कर प्रखण्ड कार्यालय को सूचित करें। अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई होगी। जबकि प्रशासन द्वारा लगातार अवैध बालू उत्खनन पर छापामारी कर पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है।
गरीब ग्रामीण बताते हैं कि सरकार या पलामू के उपायुक्त द्वारा सभी नदी बालू घाटों का टेंडर कर दिया जाता या उचित मूल्य पर स्थानीय प्रशासन ही वैसे लोगों को बालू ढोने की जिम्मेवारी दे देती तो यह स्थिति उतपन्न नही होता। पूर्ण रूप से बालू बंद होने के कारण आवास योजना के लिए गए छड़, सीमेंट गीटी भी बर्बाद हो रहे हैं।
समाजसेवी सह मुखिया प्रत्यासी असफाक खां, कांग्रेस नेता गुड्डू खां, गोराडीह पंचायत के मुखिया सह मुखिया सह के अध्यक्ष पंचम खां, हैदरनगर पष्चिम पंचायत के उप मुखिया हक रजा, समाजसेवी रविरंजन सिंह उर्फ गुड्डू सिंह, डीलर संघ के अध्य्क्ष मृत्युंजय सिंह सहित कई लोगों ने प्रशासन व सरकार से मांग किया है कि गरीबों को सरकार द्वारा मिले आवास योजना को पूर्ण करने के लिए उचित दर पर बालू उपलब्ध कराए। अन्यथा आवास योजना अधूरा रह जायेगा। उन्होंने कहा कि अनुमंडल क्षेत्र में बालू की घोर किल्लत है। जिस पर सरकार व प्रशासन को एक रणनीति के तहत इस पर विचार कर गरीबों का आसियाना बनाने के लिए बालू उपलब्ध होना चाहिए। बालू नहीं मिलने के कारण कई विकास योजना भी अधूरा पड़ा है। लोग बालू के लिए उच्चे दामों में भी लेने को भटक रहे हैं।