हैदरनगर। हैदरनगर प्रखण्ड के पंसा, खरखोल, चचेरिया, बरडीहा, रानिदेवा, सजवन, सोनपुरवा, सन्तोषडीह, खरगाड़ा, बहेरा, हरिजनवाबिगहा आदि दर्जनों गांव के किसानों ने उत्तर कोयल परियोजना मुख्य नहर में मोहमदगंज भीम बराज से धान का बिजड़ा डालने को लेकर नहर में पानी छोड़ने का मांग किया है। किसानों ने कहा कि नहर में समय से पानी मिल जाएगा तो किसान अपने खेतों में समय से धान का बिजड़ा डाल देंगे। जिससे समय से धान की रोपनी भी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि नक्षत्र के अनुसार किसान रोहणी नक्षत्र में धान का बिजड़ा डाल देते हैं। जिससे धान की रोपनी भी समय पर होती है व धान का उपज भी बेहतर हो जाता है। किसानों ने कहा कि धान का बिजड़ा के लिए सबसे बेहतर नक्षत्र रोहणी है। हालांकि उतर कोयल मुख्य नहर से सोन तटवर्ती क्षेत्र के ही कुछ भागों के पटवन होता है। जबकि इस नहर से सबसे अधिक पटवन बिहार के नबीनगर, औरंगाबाद, सहित मुंगेर के लगभग 18 हजार हेक्टेयर की भूमि की पटवन उतर कोयल मुख्य नहर से होता है। हुसैनाबाद के सीमावर्ती क्षेत्र के नबीनगर क्षेत्र के भी किसान धान के बिजड़े के लिए उतर कोयल मुख्य नहर का पानी अबिलम्ब छोड़ने की मांग की है। इसके लिए किसानों ने हुसैनाबाद अनुमंडल पदाधिकारी व भीम बराज पर तैनात सिचाई विभाग के अधिकारियों से भी नहर में पानी छोड़ने की बात कही है।