डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। डेहरी के विकास के लिए लगातार मांग करने की मुहिम बाहर रहने वाले युवा सोशल मीडिया के माध्यम से कर रहे हैं। दिल्ली, बैंग्लोर और देश और दुनिया के कई देशों में रहने वाले ये युवा अपने शहर के सरोकार औऱ विकास के लिए चिंतित है। युवाओं की शिकायत है कि बिहार के विकास और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए किसी भी तरह की सार्थक पहल राजनीतिक नेतृत्व ने नहीं की। इसके लिए इन्होंने फेसबुक पेज का सहारा लिया है। जिसके माध्यम से वे डेहरी को जिला बनाने की मांग कर रहे हैं। राजनीतिक नेतृत्व भले ही इनकी अनसुनी कर दे लेकिन फिर भी वो इस काम में दिन रात लगे हुए हैं। फिलहाल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से वे डालमियानगर में रेल यूनिट शुरू करने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा डेहरी रेलवे स्टेशन पर सुविधाएं बढ़ाने के लिए रेलवे अधिकारियों को लगातार पत्र भी लिखते रहते हैं। ट्रेन स्टॉपेज की मांग के लिए भी वो सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं।
दिल्ली में कॉर्पोरेट सेक्टर में नौकरी करने वाले डेहरी के चंदन कुमार का कहना है कि शहर के विकास के लिए युवा वर्ग चिंतित है। इसके लिए वो यहां से बाहर रहकर भी अपने स्तर से प्रयास कर रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपनी राय रख रहा है। लेकिन युवाओं को यह शिकायत है कि जनप्रतिनिधि अपने स्तर से इसके लिए सार्थक पहल नहीं कर रहे हैं।
चंडीगढ़ में नौकरी करने वाले प्रांजल और टेक्नीकल पढ़ाई करने वाले इंद्रजीत की यही राय है। उनका भी कहना है कि डेहरी-डालमियानगर इलाके के रहने वाले युवाओं की बातों पर राजनीतिक दलों के नेताओं का किसी भी तरह का समर्थन उन्हें नहीं मिल पा रहा है।
वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र तिवारी का कहना है कि डेहरी-डालमियानगर इलाके के युवाओं की यह पहल कब सार्थक होगी यह तो वक्त ही बताएगा। लेकिन इस तरह के पहल को प्रोत्साहित करने के अलावा सही मंच मिलना जरुरी है। उन्होंने कहा कि युवाओं की राजनीतिक सोच को कुंद किया जा चुका है। जिसके लिए राजनेता पूरी तरह दोषी हैं।