डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास). बिहार में पिछले 6 सालों से दंत चिकित्सकों की बहाली नहीं हुई है. इस कारण लगभग 3200 सीट खाली है. प्रदेश सरकार को इसके लिए अग्रसर होना चाहिए. लेकिन उनके मांगो पर किसी भी तरह की सुनवाई नहीं हो रही है. इस तरह कुल 3200 दंत चिकित्सक की बहाली अग्रसर होना चाहिए. आईडीए के प्रवक्ता डॉ ओपी आनन्द ने मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान कहा कि इसके मांग के पुरा न होने पर सड़क पर आंदोलन करने वाले हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में 15000 लोगों के आबादी पर भी एक डॉक्टर नहीं है जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 1000 लोगों के लिए एक डॉक्टर जनसंख्या अनुपात निर्धारित किया है.
उन्होंने कहा कि टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, संशोधित नियमावली के अनुसार हर पंचायत में 9 तरह के स्वास्थ्य सुविधाएं होनी! जिसमें मुंह एवं दंत चिकित्सक भी शामिल हैं. इसके अलावा प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर 12 तरह के विशेषज्ञ चिकित्सक अनिवार्य होने चाहिए इसमें भी मुंह एवं दंत चिकित्सक भी शामिल हैं. उन्होंने हर साल दंत चिकित्सक के बहाली की मांग बिहार सरकार की मांग की है.