सासाराम (रोहतास). व्यवहार न्यायालय के निकट कांग्रेसी नेता कन्हैया सिंह नोटरी की अध्यक्षता में कांग्रेस के पूर्व मंत्री सासाराम से विधायक रहे बाबू जगन्नाथ प्रसाद सिंह की 107 वी जयंती श्रद्धा एवं सादगी के साथ मनाई गई। सबसे पहले उनके तैल चित्र पर माल्यार्पण किया गया। उसके बाद उनके महान व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया।
कन्हैया सिंह नोटरी ने अपने संबोधन में कहा कि बाबू जगन्नाथ प्रसाद सिंह का जन्म सासाराम के निकट दरिगांव नामक ग्राम में एक जमींदार परिवार में हुआ था। बचपन से ही उनमें राष्ट्रप्रेम की भावना थी। देश की आजादी में महात्मा गांधी एवं पंडित जवाहरलाल नेहरू के साथ अहम भूमिका निभाई थी। वे बहुत ही इमानदार, निष्ठावान तथा आदर्शवादी नेता थे। देश का आजादी के बाद 1952 में सासाराम से प्रथम विधानसभा का चुनाव जीते थे।
साल 1968 से 1974 तक बिहार विधान परिषद के सदस्य रहे। मुख्यमंत्री सरदार हरिहर सिंह के कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री रहे। वे बहुत ही बड़े शिक्षा प्रेमी थे। वे सासाराम शांति प्रसाद जैन कॉलेज के सेक्रेटरी, रोहतास महिला कॉलेज सासाराम एवं रेडिया ग्राम में स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय के सम्मानित सचिव एवं वर्षों तक मगध विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य रहे। इन्होंने जगन्नाथ प्रसाद सिंह मेमोरियल ट्रस्ट की स्थापना कर गरीब एवं प्रतिभाशाली छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान कर अति प्रशंसनीय कार्य किए थे। उनकी सादगी, विनम्रता शालीनता को भुलाया नहीं जा सकता।
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मौके पर कांग्रेस नेता कन्हैया सिंह नोटरी, लोकेश तिवारी, बद्री नारायण चौबे, रमेश कुमार पाण्डेय, प्रभात कुमार सिंह, धनंजय मेहता, राधा प्रसाद सिंह, सगीर अहमद, अली हुसैन इदरीसी, दिलवास अंसारी, डॉक्टर जावेद अख्तर, सुमंत सिंह, राजेश्वर कुशवाहा, विनोद राय, कामता राय, मनोज कुमार सिंह, उमाशंकर गुप्ता, जलेश्वर दुबे, श्रीश त्रिवेदी, राधा कृष्ण पाण्डेय, रामनाथ चौबे, शैलेंद्र नाथ ओझा सहित कई अन्य मौजूद थे।