नोखा (रोहतास) नोखा नगर सहित ग्रामीण इलाकों लोगों ने श्रद्धापूर्वक नागपंचमी का पर्व मनाया गया। श्रद्धालुओं ने नाग देवता को दूध लावा चढ़ाया। कोविड प्रोटोकाल के चलते इस वर्ष भी कुश्ती दंगल या अन्य खेलकूद का आयोजन नहीं किया गया। शिवालयों में भक्तों ने जाकर नाग देवता का पूजन अर्चन किया। नोखा नगर सहित ग्रामीणांचलों में नागपंचमी का पर्व धूमधाम व हर्षोंल्लास के साथ मनाया गया। मां काली सहित अन्य मंदिरों में भीड़ उमड़ी रही। हिंदू धर्म में नाग को देवतुल्य माना गया है। दूसरी बात नाग भगवान महादेव को विशेष प्रिय है। यही कारण है कि नाग देव महादेव के गले में विराजमान रहते हैं। पंडित बिपिन पांडेय के अनुसार नागपंचमी के दिन महादेव और नागदेव की पूजा से कालसर्प दोष से तो मुक्ति मिलती ही है सांप काटने का अनावश्यक भय भी समाप्त हो जाता है। महादेव की कृपा से सांप कभी नुकसान नहीं पहुंचाते। वहीं, विधि-विधान से पूजा करने से घर में शांति व समृद्धि आती है।