सासाराम (रोहतास) प्रधान शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक (एच.एम.) पद पर नियुक्ति संबंधी सरकार का फैसला नियोजित शिक्षकों के साथ धोखा है। उक्त बातें नवनियुक्त माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ गणेश शंकर पाण्डेय ने कहा। उन्होंने कहा कि सरकार प्रारंभ से ही विवादास्पद नियम लागू कर नियोजित शिक्षकों के साथ छल करते आ रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक एवं माध्यमिक नियुक्ति नियमावली वर्ष 2020 में शिक्षक एवं प्रधानाध्यापक के पद को वर्तमान में कार्यरत योग्य प्रधान एवं अनुभवी शिक्षकों को प्रीमति से भरे जाने का प्रावधान सरकार ने स्वयं निर्धारित किया था।
एकाएक वर्ष 2021 के अगस्त माह में नया विवादास्पद नीति का निर्धारण करना सरकार की कुसित सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सरकार की दोषपूर्ण नीति के कारण शिक्षा व्यवस्था की स्थिति दयनीय हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता परीक्षा में प्राईवेट विद्यालय के शिक्षकों को भी शामिल करने का सरकारी फरमान हास्यास्पद प्रतीत होता है। और यह निर्णय सरकारी शिक्षकों के साथ धोखाधड़ी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार एचएम के सभी पदों पर नियुक्ति प्रीजाति से करें। अन्यथा सूबे के प्रारंभिक से लेकर उच्च माध्यमिक नियोजित शिक्षक आन्दोलन को बाध्य होंगे। उन्होंने बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के द्वारा 21 अगस्त के आंदोलन का पूर्ण समर्थन करते हुए कहा कि संघ के साथी 21 अगस्त के आंदोलन को ऐतिहासिक बनाने में जुट जाय। नवनीत बाल्मिक शिक्षक संघ के जिला इकाई रोहतास ने प्रदेश अध्यक्ष जी के आवाहन में पूरी टीम के साथ कदम से कदम मिलाकर खड़े हैं और समर्थन में सैकड़ों की संख्या में आंदोलन को सफल बनाने के लिए प्रयासरत हैं। संगठन के जिला अध्यक्ष राजू यादव, सचिव अमित राठौर, महामंत्री संजय सिंह कुशवाहा, शोभा सिंह, डॉक्टर पूनम कुमारी श्रीवास्तव, राजू कुमार, अमित कुमार, धनंजय मिश्रा, बृजेश सिंह, रितेश कुमार, कृष्ण कुमार, अरविंद कुमार पाल, सुगंधा आनंद, अविनाश कुमार, दिनेश तिवारी, डॉक्टर बबन राम ने समर्थन किया।