संवाददाता, गढ़वा. गढ़वा उपायुक्त राजेश कुमार पाठक की अध्यक्षता में झारखंड संयुक्त असैनिक सेवा प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा- 2021 के आयोजन के संदर्भ में बैठक आहुत की गई। समाहरणालय के सभागार में आयोजित बैठक में उपायुक्त ने सभी वरीय पदाधिकारियों, सभी जोनल/ उड़नदस्ता पदाधिकारियों व सभी पर्यवेक्षक- सह- स्टैटिक दंडाधिकारियों को उक्त प्रतियोगिता परीक्षा के कदाचार मुक्त एवं सफल संचालन हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि झारखंड संयुक्त असैनिक सेवा प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा 2021 के लिए गढ़वा जिला अंतर्गत कुल 32 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैैं। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एक पर्यवेक्षक- सह- स्टैटिक दंडाधिकारी, एक पुलिस पदाधिकारी तथा सशस्त्र बल की प्रतिनियुक्ति की गई है। साथ ही जोनल/ उड़नदस्ता दंडाधिकारी, वरीय पदाधिकारी, पुलिस नोडल पदाधिकारी एवं सहायक समन्वयक की भी प्रतिनियुक्ति की गई है।
उन्होंने पर्यवेक्षक-सह- स्टैटिक दंडाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे परीक्षा तिथि को निर्धारित समय से न्यूनतम 2 घंटे पूर्व परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर परीक्षा को कदाचारमुक्त एवं सुगमता पूर्वक संचालित कराने हेतु सभी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगें। उन्होंने जिला परिवहन पदाधिकारी को दूरस्थ सेंटर के नजदीकी प्रमुख चौक- चौराहा पर ऑटो की व्यवस्था सुनिश्चित करवाने का निर्देश दिया ताकि परीक्षार्थियों को सेंटर आवागमन में सुगमता हो। उपायुक्त ने वरीय पदाधिकारियों को अपने क्षेत्राधिकार में आने वाले सभी परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण कर परीक्षा की निष्पक्षता, नियमवधता और स्वच्छता को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सभी वरीय पदाधिकारी आयोग द्वारा निर्धारित नियंत्रण कक्ष एवं जिला नियंत्रण कक्ष से लगातार संपर्क में बने रहेंगे, किसी भी आशंका या संभावना की स्थिति में शीघ्र रिपोर्टिंग करेंगे। विदित हो कि परीक्षा दिनांक 19 सितंबर 2021 को निर्धारित है तथा दो पालियों प्रथम पाली पूर्वाहन 10:00 से 12:00 बजे मध्याह्न तक तथा द्वितीय पाली अपराह्न 2:00 से 4:00 बजे अपराह्न तक संपन्न होगी।
बैठक में उपायुक्त के अलावा उप विकास आयुक्त गढ़वा, अनुमंडल पदाधिकारी गढ़वा, अनुमंडल पदाधिकारी श्री बंशीधर नगर, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, स्थापना उप समाहर्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी, सभी वरीय पदाधिकारी, सभी जोनल/ उड़नदस्ता पदाधिकारी व सभी पर्यवेक्षक- सह- स्टैटिक दंडाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित थे।