
- शहीद सीडीएस जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित अन्य तेरह सेना के जवानों के हवाई क्रैश में शहीद होने पर शोक सभा आयोजित
सासाराम (रोहतास) शुक्रवार को संत पॉल स्कूल के असेम्बली ग्राउंड में यहाँ अध्ययनरत्त विद्यार्थियों एवं शिक्षक- शिक्षिकाओं ने प्रार्थना सत्र के पश्चात बुधवार को हवाई यात्रा में शहीद सीडीएस जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित अन्य तेरह सेना के जवानों के हवाई क्रैश में शहीद होने पर शोक सभा का आयोजन किया गया। इस शोक सभा में विद्यालय के चेयरमैन एवं प्रसिद्ध शिक्षाविद् डॉक्टर एस॰पी॰वर्मा ने शहीद सी॰डी॰एस॰ जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत तथा अन्य तेरह जवानो के हेलिकॉप्टर की दुर्घटना को दुर्भाग्यपूर्ण एवं अत्यंत दुःखद बताया।उन्होंने सभी उपस्थित विद्यार्थियों एवं शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं को बताया की जनरल बिपिन रावत (16 मार्च 1958- 8 दिसंबर 2021) भारत के पहले रक्षा प्रमुख या चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) थे। उन्होंने ने 1 जनवरी 2020 को रक्षा प्रमुख के पद का भार ग्रहण किया। इससे पूर्व वो भारतीय थलसेना के प्रमुख थे। भारत के पहले रक्षा प्रमुख या चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) थे। इससे पूर्व वो भारतीय थलसेना के प्रमुख थे। रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक थल सेनाध्यक्ष के पद पर रहे। 8 दिसम्बर 2021 को उनका हेलिकॉप्टर 63 वर्ष की आयु मे दुर्घटनाग्रस्त हो गया और इस दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई। इनका जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में मे हुआ इनके पिता लेफ्टिनेंट जनरल लक्ष्मण सिंह जी रावत, जो सेना से लेफ्टिनेंट जनरल के पद से सेवानिवृत्त हुए। रावत ने ग्यारहवीं गोरखा राइफल की पांचवी बटालियन से 1978 में अपने करियर की शुरुआत की थी। रावत ने देहरादून में कैंबरीन हॉल स्कूल, शिमला में सेंट एडवर्ड स्कूल और भारतीय सैन्य अकादमी , देहरादून से शिक्षा ली , जहां उन्हें ‘सोर्ड ऑफ़ ऑनर ‘ दिया गया। वह फोर्ट लीवनवर्थ , यूएसए में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज , वेलिंगटन और हायर कमांड कोर्स के स्नातक भी हैं। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से डिफेंस स्टडीज में एमफिल , प्रबंधन में डिप्लोमा और कम्प्यूटर स्टडीज में भी डिप्लोमा किया है। 2011 में, उन्हें सैन्य-मीडिया सामरिक अध्ययनों पर अनुसंधान के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय , मेरठ द्वारा डॉक्टरेट ऑफ़ फिलॉसफी से सम्मानित किया गया। यहाँ विद्यार्थियों एवं सभी शिक्षक- शिक्षिकाओं ने दो मिनट का मौन रख देश की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाने पर जनरल बिपिन रावत के व्यक्तित्व और कीर्तित्व पर भी चर्चा किया गया।