विजय कुमार पाठक, नौहट्टा संवाददाता (रोहतास)। विध्य पर्वत श्रृंखला के कैमूर पहाड़ी पर स्थित रोहतासगढ किले मे शाहाबाद महोत्सव समिति ने रविवार को वनभोज का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में पुराने शाहाबाद के चारों जिलों के अलावा यूपी और बिहार के कई इलाकों से लोग पहुंचे थे। इस दौरान शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति के सदस्यों के साथ वनभोज कार्यक्रम के दौरान एक दूसरे से विकास संबंधित बातों पर चर्चा की। आयोजन समिति के संयोजक अखिलेश कुमार ने कहा कि रोहतासगढ़ किले जैसी कलाकृति और भव्य किला इस देश में कही नहीं है। लेकिन अब तक यह एक पर्यटकस्थल के तौर पर विकसित नहीं हो सका। कुमार के अनुसार, शाहाबाद महोत्सव आयोजन समिति शाहाबाद क्षेत्र के रोहतासगढ़ किला के अलावा अन्य महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों को जोड़कर एक सर्किट बनाने की मांग कर रही है। इस आयोजन में वरीय अधिवक्ता राममूर्ति सिंह, बलिराम मिश्रा, लव जी, स्यंदन सुमन, सरोज चन्द्रवंशी, अजय सिंह, अजय पाठक, शैलेन्द्र कुमार, राजन श्रीवास्तव, नरेंद्र सिंह सहित कई पत्रकार, अधिवक्ता व सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद थे।
स्थानीय सांसद कर रहे हैं रोपवे निर्माण की पहल
स्थानीय सांसद छेदी पासवान रोपवे के माध्यम से रोहतासगढ किले तक आम लोग आसानी से पहुंच सके इसके लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने किया पर्यटकों का स्वागत
किला परिसर मे पूर्व मुखिया कृष्णा सिंह के अलावा भरत कुमार और विनोद यादव आदि मौजूद थे। जिन्होंने आगत अतिथियों का स्वागत किया। गौरतलब है कि वर्ष 2012 मे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा वर्ष 2016 मे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी रोहतासगढ किले का भ्रमण किया था।
मूल विस्मृत अनुकृति बनी वर्ल्ड हेरिटेज
रोहतासगढ़ का मूल किला आज भी विकास की बांट जोह रहा है। लेकिन मूल किला का एक पतिरुप पाकिस्तान में शेरशाह सूरी ने बनवाया था। जो विश्व धरोहर में शामिल है। इस किले को देश के पर्यटन मानचित्र में शामिल करने के कई प्रयास किए गए लेकिन वो सभी अब तक असफल ही दिख रहे हैं।