डिजिटल टीम, पटना। ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी युनियन के केन्द्रीय महामंत्री एम एन पी श्रीवास्तव ने पूर्व मध्य रेल के रेलकर्मियों को नये साल की हार्दिक बधाई एवं ढेरों शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि रेलकर्मियों के लिए नया साल संघर्ष और आंदोलन का होगा। सभी मंडलो के रेलकर्मियों को भेजें अपने संदेश में ईसीआरकेयू के केन्द्रीय महामंत्री व देश के सबसे बड़े रेल नेताओं के श्रेणी में शुमार एस एन पी श्रीवास्तव ने कहा है कि पुरानी पेंशन बहाल करने, भारतीय रेल के निजीकरण विरोध के साथ ही अप्रेंटिसों के समायोजन को लेकर आंदोलन की रणनीति तैयार की गई। लार्जेस स्कीम, फ्रीज़ डीए को मुक्त कराने और नाईट ड्यूटी एलाउंस की बहाली सहित 7600 स्टेशनों पर रेल बचाओ, देश बचाओ समितियों का गठन कर देश व्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा। नया वर्ष हम सबके लिए संघर्ष का साल होगा, इसलिए युवाओं, महिलाओं को संगठित करने के अलावा आमआदमी को भी हर हाल में साथ जोड़ना होगा। 2021 रेल कर्मचारियों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होने वाला है, इसलिए अभी से रेल कर्मचारियों को एक झंडे के नीचे एकजुट करना होगा। सरकार की कारगुजारी के खिलाफ नए साल में सरकार से आमना – सामना होना तय है, क्योंकि रेल मंत्रालय की पूरी कोशिश है कि भारतीय रेल को सरकारी क्षेत्र से बाहर निकालकर निजी हाथों में सौंपा जाए। निजीकरण को लेकर ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फैडरेशन एवं ईसीआरकेयू का नजरिया साफ है, हमें किसी भी हाल में निजीकरण मंजूर नहीं है।
बातचीत के दौरान महामंत्री ने कहा कि पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर कई सालों से सरकार और रेल मंत्रालय से बात हो रही हैं, सरकार से कई बार भरोसा भी मिला कि वो इस गंभीरता से विचार कर रहे है, लेकिन आज तक मंत्रालय की ओर से कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है। चूंकि लाखों युवाओं के भविष्य का मसला है, इसलिए पुरानी पेंशन की बहाली के मसले को एआईआरएफ तथा ईसीआरकेयू छोड़ नहीं सकता। महामंत्री ने कहा कि इस मसले पर हमें सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए साल का पहला दिन यानि एक जनवरी को ही जबरदस्त तरीके से विरोध प्रदर्शन के साथ ही सोशल मीडिया के जरिए भी रेलकर्मी अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाएंगे।