राम अवतार चौधरी, डेहरी ऑन सोन (रोहतास) जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेंद्र प्रसाद सिंह शनिवार को अनुमंडल न्यायालय का निरीक्षण किया एवं आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने न्यायाधीशों के लिए बन रहे आवासीय परिसर का भी निरीक्षण किया। नए सत्र में जितने कोविड काल के अवकाश वर्चुअल न्यायालय के बाद फिजिकल न्यायालय के कार्यों की निरीक्षण किया और विधिक संघ के सदस्यों के साथ संवाद किया। उन्होंने बताया कि न्यायिक कार्यों में तेजी लाने के उद्देश्य वह नियमित निरीक्षण किए हैं। कोरोना संक्रमण काल के अवकाश के बाद न्यायिक कार्यों की शुरुआत की गई है। न्यायालय का कार्य वर्चुअल रूप के बाद फिज़िकल रूप मे किया जा रहा है। न्यायिक कार्य कैसे की जा रही है। दंडाधिकारी हो न्याय कर्मी के कितनी परेशानियां आ रही है और उन्हें कैसे दूर किया जाएगा इन सब का अवलोकन किया। अनुमंडल विधिक संघ के सदस्यों के साथ संवाद कर उनसे भी मशवरा किया। उन्होंने बताया कि धीरे धीरे हालत में सुधार हो रही है कोरोना संक्रमण के कारण बहुत सारी कठिनाइयां आई थी जिन्हें अब दूर किया जा रहा है। अनुमंडल न्यायालय में नव पदस्थापित न्यायिक दंडाधिकारी के कार्यालय का अवलोकन किया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि यह एक नियमित निरीक्षण है जिसमें न्यायालय के कार्यों को बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए संवाद स्थापित किया गया है। जिससे न्यायालय का कार्य सुचारू रूप से चल सके ।
मौके पर अपर जिला सत्र न्यायाधीश राघवेंद्र सिंह, अदिती गुप्ता प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी डेहरी, चंदन वर्मा न्यायिक दंडाधिकारी, सुनील कुमार सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह , विधिक संघ के पूर्व अध्यक्ष उमा शंकर पांडे, अनुमंडल विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष रमाकांत दुबे , बृजनंदन सिंह विधिक संघ सचिव, अधिवक्ता कमल सिन्हा , मुन्ना दुबे, अरविंद पांडे सहित आदि उपस्थित थे।