अवनीश मेहरा, डेहरी। स्थानीय गांधी स्मारक स्थल के प्रांगण में गांधी जी की शहादत दिवस पर बिहार मुक्ति केंद्र का 32 वां स्थापना दिवस व चौकीदार दफदार के सरकारी करण के 31 वां वर्ष गांठ मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान लोहिया विचार मंच के संयोजक संजय सिंह ने पूर्व सांसद राम अवधेश सिंह के द्वारा शुरू किए गए कार्यों को याद किया। सिंह ने कहा कि 30जनवरी 1989 को डेहरी के चित्र गुप्त मैदान से ही अवधेश बाबू ने जनसरोकार के मुद्दों पर लड़ाई का शंखनाद किया था। उन्होंने कहा कि दिवंगत राम अवधेश बाबू ने बिहार के आर्थिक शोषण के खिलाफ केन्द्र सरकार से लड़ाई लड़ी। उनकी देन ही रही कि गार्डगिल फार्मूला लागू हो सका और रेल माल भाड़ा सामानीकरण नीति में बदलाव हुआ। उन्होंने कहा कि कदवन जलाशय परियोजना (वर्तमान नाम इन्द्रपुरी जलाशय परियोजना) की मंजूरी 15 जून 1989 को अवधेश बाबू के संघर्ष बदौलत मिल सकी।
संघर्ष को आगे बढ़ाने पर हुई बात
संजय सिंह ने पूर्व सांसद राम अवधेश सिंह के जनसरोकार के मुद्दे पर किए संघर्ष के मुद्दों को आगे बढ़ाने की अपील की। उन्होंने कहा कि बिना संघर्ष के समाजवादी नेता राम अवधेश बाबू का सपना पूरा नहीं हो सकता है।