फाउंडेशन के चेयरमैन प्रमोद कुमार सुमन ने कहा- करियर को रास्ता देने के लिए संस्थान करेगी सकारात्मक प्रयास
डिजिटल टीम, नई दिल्ली। बारहवीं या ग्रेड्यूशन की पढ़ाई करने के बाद छात्रों को अपने कैरियर मार्गदर्शन के लिए किसी के ऊपर निर्भर रहने की जरुरत नहीं है। सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाली संस्था आवर मिट्टी फाउंडेशन ने छात्रों को इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए मुफ्त में जर्नलिज्म, लॉ, कंप्यूटर साइंस, एविएशन, पायलट ट्रेनिग, सेवा क्षेत्र , डिजिटल मार्केटिंग जैसे तमाम आधुनिक क्षेत्रों में जहां छात्र कैरियर बनाना चाहते है उनको फ्री में काउंसलिंग करने का बीड़ा उठाया है। इसी कड़ी में आवर मिट्टी फाउंडेशन ने एविएशन सेक्टर में अपना कैरियर बनाने वाले छात्रों के लिए वाइसी को-वर्किंग सेंटर द्वारका में एक वर्कशॉप का आयोजन किया।
इस वर्कशॉप के लिए मिट्टी फाउंडेशन ने एविएशन सेक्टर की अनुभवी और एक अलग पहचान रखने वाली एविएशन एक्सपर्ट सुश्री संगीता भगत को बुलाया था। सुश्री भगत एविएशन सेक्टर में पिछले 15 वर्षो से काम कर रही है। छात्रों को प्रशिक्षण देते हुए संगीता भगत ने कहा एविएशन क्षेत्र का नाम आते ही लोगों के जेहन में एक बात ही आती है मुझे एयरहोस्टेस बनाना है, लेकिन ऐसी बात नहीं हैं इसमें एयर टिकटिंग, गेस्ट कॉर्डिनेशन, ग्राउंड सपोर्ट स्टाफ, एविएशन इंजीनियर, एयर ट्रैफिक कंट्रोलर जैसे तमाम जगह है जहां पर लड़के लड़कियां अपने कैरियर को नया आयाम दे सकते हैं। सुश्री भगत ने छात्रों को इस क्षेत्र की तमाम बारीकी पहलुओं से अवगत कराया।
वर्कशॉप में भाग लेने आयी छात्रा सुश्री शालिनी गुप्ता ने कहा कि आवर मिट्टी फाउंडेशन द्वारा आयोजित ये वर्कशाप हमारी जैसी छात्राओं के लिए काफी फायदेमंद रहा, यहां पर प्रशिक्षण लेने के बाद मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है और मुझे लगता है अब मुझे इस क्षेत्र में कैरियर बनाने से कोई नहीं रोक सकता।
आवर मिट्टी फाउंडेशन के चेयरमैन प्रमोद कुमार सुमन ने कहा कि हमारी संस्था का उद्देश्य है कमजोर तबके के छात्रों को वह सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाए जिसके अभाव में बच्चे अपने कैरियर को नया आयाम नहीं दे पाते हैं। एक सवाल आपने अपनी संस्था क नाम मिट्टी रखने के पीछे क्या वजह है इसके के जबाव में श्री सुमन ने कहा कि हमारी संस्था MITTI का ही मतलब migrant intelctul trassaring tradition and identities. यानी जो लोग अपने जन्म भूमि से दूर रह रहे है उनके बीच उनकी परंपरा और उनकी पहचान को शिक्षा आदि साधनों के माध्यम से फिर से स्थापित करना है।
संस्था के अध्यक्ष चंदन कुमार ने कहा कि हमारी संस्था समय समय शिक्षा, लोक संगीत, खान पान, परंपरा को लेकर कार्यक्रम के अलावा छात्रों के लिए कैरियर काउंसलिंग के वर्कशाप का आयोजन करते रहेंगे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के रिशोर्स मैनेजमेंट के हेड रवि वर्मा, प्रोजेक्ट हेड मनीष सिन्हा, कॉर्डिनेटर प्रज्ञा राज और शिवानी त्यागी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।