डालमियानगर में रेल कारखाना शुरू करने के लिए आरएलएसपी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने लगातार प्रयास किया। 2014 में काराकाट से सांसद चुने जाने के बाद उन्हें मोदी कैबिनेट में जगह मिली थी। उसके बाद अपने संसदीय क्षेत्र के विकास संबंधित मुद्दे के लिए वो सक्रिय रहे। इनमें सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा डालमियानगर और कदवन जलाशय परियोजना का रहा। इस बार के रेल बजट में यहां के लिए केवल पांच करोड़ रुपए का आवंटन हुआ है। इस मुद्दे पर उपेंद्र कुशवाहा रेल मंत्री से दिल्ली में इस मुलाकात करने वाले हैं।
रोहतास जिले के अकोढ़ीगोला में एक कार्यक्रम के दौरान पहुंचे कुशवाहा ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि जरुरत पड़ने पर RLSP इस मुद्दे पर जनआंदोलन भी करेगी। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास के मुद्दे पर किसी भी तरह का समझौता करने का उनका इरादा नहीं है। रोजगार और पलायन के मुद्दे पर राजनीति करने की जगह केंद्र और बिहार सरकार को इसके लिए सार्थक पहल करने की जरुरत थी। लेकिन पूरे प्रदेश में इसके लिए किसी भी तरह का प्रयास जमीन पर होता नहीं दिख रहा है।
पीएम ने दिया था सार्थक पहल का आश्वासन
उन्होंने कहा कि इसकी मांग को लेकर वो दिल्ली में रेल मंत्री से मुलाकात करेंगे और जरुरत पड़ने पर आंदोलन की रुपरेखा तैयार की जाएगी। कुशवाहा के अनुसार, जब वो पहली बार काराकाट से सांसद चुने गए थे तो देश के पीएम ने उनसे रेल कारखाना शुरू कराने का आश्वासन दिया था। जिसके बाद यहां रेल उद्योग लगाने संबंधित कार्य शुरू हुआ। उन्होंने बताया कि अपने कार्यकाल के दौरान वे इस मामले की लगातार मॉनिटरिंग करते रहे। इस क्रम में रेल मंत्री और संबंधित अधिकारियों से लगातार इसके प्रगति से संबंधित मामलों पर वार्ता भी कर रहे थे।
कुशवाहा ने बताया कि 2020 के रेल बजट में डालमियानगर में रेल वैगन मरम्मत कारखाना, हाई एक्सल बोगी व कॉपलर कारखाना लगाने का प्रावधान किया गया था। उन्होंने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार, रेल बैगन मरम्मत कारखाने की पार्ट वाइज टेंडर की प्रक्रिया भी राइट्स ने पूरी कर ली है । इस दौरान रालोसपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राम परिखा सिंह ,बनारसी कुशवाहा ,समाजसेवी सोनू सिंह, जिला परिषद सदस्य नीतू सिंह ,संझौली की उप प्रमुख मधु उपाध्याय भी मौजूद थी।
गौरतलब है कि साल 2017 में रेल मंत्रालय ने उच्च स्तरीय बैठक में 2017 में राइट्स को पुराने कबाड़ का पुनर्मूल्यांकन करा बेचने की जिम्मेदारी दी गई थी। साथ ही पूर्ववर्ती डालमियानगर उद्योग समुह की 219 एकड़ भूमि में रेल कारखाना खोलने के संबंध में योजना बनाने के साथ साथ निविदा प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय भी लिया गया था।
(अवनीश मेहरा, अनुमंडल ब्यूरो, डेहरी-ऑन-सोन)