अवनीश मेहरा, डेहरी-ऑन-सोन। द्विराष्ट्र के प्रबल विरोधी रहे अब्दूल क्यूम अंसारी के नाम पर बने डेहरी नगर भवन आने वाले दिनों में काफी बेहतर नजर आएगा। दरअसल, अनुमंडल प्रशासन ने इसे नगर परिषद को हस्तानांतरित कर दिया है। नप की मुख्य पार्षद विशाखा सिंह ने इस पर हर्ष जताते हुए कहा कि शहर के लोगों को यह भवन पूरी तरह मेंटेन कर रखा जाएगा। इसके विकास संबंधी जरुरी पहल नप प्रशासन जल्द शुरू करने जा रही है। डेहरी शहर के लोगों की मांग पर जिला प्रशासन हरकत में आया। उसके बाद डीएम धर्मेंद्र कुमार ने इस संबंध में एक आदेश डेहरी एसडीएम को निर्गत कर दिया है।
नगरवासियों की मांग पर डीएम धर्मेंद्र कुमार ने एसडीएम सुनील कुमार सिंह को नगर परिषद को हस्तानांतरित करने का आदेश निर्गत कर दिया है। इस संबंध में एसडीएम ने बताया कि डीएम ने कई शर्तों के साथ यह आदेश निर्गत किया है। उन्होंने बताया कि सात नवम्बर 2019 को इस संबंध में तत्कालनी डीएम को पत्र लिख नगर भवन को नप को सात शर्तो के साथ सौपने की अनुमति मांगी गई थी।
पूर्व विधायक इलियास हुसैन की पहल पर हुआ था निर्माण
इसका निर्माण पूर्व विधायक इलियास हुसैन के विधायक निधि से 2003 में हुआ था। जिसका उद्घाटन तत्कालनी सीएम राबड़ी देवी ने किया था । इसकी मरम्मति साल 2014 -15 के वितीय वर्ष में करीब 20 लाख 70 हजार रुपये खर्च कर हुई थी।
इसे नप को सौंपने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने लगातार पहल की। जिसमें पूर्व विधायक सत्यनारायण सिंह और आरजेडी विधायक फतेह बहादूर सिंह शामिल हैं। जिला प्रशासन ने भवन को हस्तांतरित करने के लिए कई शर्तें लागू की है। जिनमें नप भवन के उसी के अधिकार में रहने और स्वामित्व परिवर्तित नहीं होने की बात शामिल है। इसके अलावा प्रशासन को इसके उपयोग में बिना किसी शुल्क की बात कही गई है। इसके अलावा भवन की बुकिंग में भी प्रार्थमिकता की शर्त शामिल है। नगर भवन के रखरखाव, मरम्मत जीर्णोद्धार की जवाबदेही डेहरी डालमियानगर नगर परिषद को सौंपी गई है।
राजनीतिक दलों के नेता और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जताई खुशी
बीजेपी के नगर अध्यक्ष संजय गुप्ता, रिंकु सोनी, विधायक फतेह बहादूर सिंह, सत्यनारायण सिंह, परमहंस सिंह, व्यवसाई सच्चितानंद प्रसाद, जेडीयू नेता रविंद्र नाथ सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता विनय चंचल ने इस खुशी जताई है। इन सभी का मानना है कि डेहरी के इस महत्वपूर्ण स्थल शहर की हर तरह की गतिविधियों का गवाह रहा है। लेकिन निर्माण के इतने सालों के लगातार सही तरीके से मेंटनेंस नहीं हो पा रहा था। लेकिन नप इसके मेंटनेंस करने के लिए जरूरी सार्थक पहल करेगी।