डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। डेहरी प्रखंड के मझियाव पंचायत के चिलबिला भुइया टोला वृद्ध दादा और दादी के साथ रहने वाली सात लड़कियों की खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन हरकत में आ चुका है। डेहरी बीडीओ अरुण कुमार ने बताय़ा कि इनमें से 3 लड़कियों का बैंक खाता खोला जा चुका है। जबकि चार अन्य के लिए यह प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि चार बच्चियो के आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया गुरुवार को पूरी कर ली गई है । उनका भी बैंक खाता दो दिन के अंदर खुलने की उम्मीद है। बीडीओ ने कहा इन सभी को परवरिश योजना के अंतर्गत लाभ मिलेगा और जल्द ही राशन कार्ड निर्गत होने की उम्मीद है।
बीडीओ ने कहा कि इन सभी को इंदिरा आवास दिलवाने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। उन्होंने बताया कि मृतकों की मां के नाम पर इंदिरा आवास बनवाने के लिए पहले किस्त का भुगतान किया गया था। लेकिन बच्चियों के मां की मौत के बाद दूसरे किस्त का भुगतान रुक गया। आपको बता दें कि इन सात बच्चियों को देखने के लिए इनके सिर्फ दादा दादी घर में मौजूद हैं। इनके माता पिता की मौत हो चुकी है। लेकिन किसी भी सरकारी योजना का लाभ इस परिवार को नहीं मिल रहा है। इस मामले पर सामाजिक कार्यकर्ता संतोष उपाध्याय की शिकायत पर बाल कल्याण समिति ने पिछले शनिवार को संज्ञान लिया था।
इस मामले के सामने आने के बाद हमने इन बच्चियों के परिजनों से बुधवार को उनके घर पर मुलाकात की. इस दौरान घर पर केवल इनकी दादी रामकली मौजूद थी. उन्होंने कहा कि इनके माता पिता की मौत के बाद इनकी देखरेख करने वाला कोई भी नहीं है. सरकारी योजना का पूरी तरह लाभ नहीं मिल पा रहा है. लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों की पहल से जल्द ही इनकी समस्या सुलझने की उम्मीद है.