बिक्रमगंज (रोहतास)। बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के बाद बवाल मचा है। दरअसल, विभागीय अधिसूचना में एक महीने मृत शिक्षक को शेखपुरा का सिविल सर्जन नियुक्त कर दिया। जिसके बाद यह मामला मीडिया की सुर्खियों में छा गया। डॉ आर एन राम नामक यह दिवंगत चिकित्सक रोहतास जिले के बिक्रमगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी थे। पिछले 7 फरवरी को उनका असामयिक निधन हो गया था। बिक्रमगंज के स्वा्थ्य कर्मी चिकित्सक की मौत के बाद शोक सभा का भी आयोजन किया था। बताया जा रहा है कि उक्त डॉक्टर करीब 6 वर्षों से रोहतास जिले में कार्यरत थे।
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निधन की सूचना से स्तब्ध यहां के चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मियों ने 8 फरवरी को शोक सभा किया और श्रद्धांजलि दिया। स्वास्थ्य विभाग ने 8 मार्च को एक अधिसूचना जारी की थी। जिसमें डॉ आर एन राम को शेखपुरा जिला का सिविल सर्जन नियुक्त किया गया था। मामले की जानकारी मिलने के बाद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने लापरवाही पर कार्रवाई की बात कही है।
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