डिजीटल टीम, नई दिल्ली। आज के आपाधापी के माहौल में छात्रों के समक्ष जो सबसे बड़ी दुविधा होती है वह अपने करियर को लेकर । बारहवीं या ग्रेड्यूशन की पढ़ाई करने के बाद छात्र किस क्षेत्र में अपना करियर बनाएं जहां इज्जत,शोहरत के साथ साथ पैसा भी हो तो एक क्षेत्र का नाम आता है पत्रकरिता का। जो छात्र किसी भी क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छा रखते है उनको मुफ्त में कैरियर मार्गदर्शन के लिए बीड़ा उठाया है सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाली संस्था आवर मिट्टी फाउंडेशन ने । इसी कड़ी में आवर मिट्टी फाउंडेशन ने जर्नलिज्म के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाने वाले छात्रों के लिए वाइसी को – वर्किंग सेंटर द्वारका में करियर काउंसलिंग का आयोजन किया।
इस कार्यक्रम में जर्नलिज्म क्षेत्र की जानी मानी हस्ती और द प्रिंट कि असिस्टेंट एडिटर कृतिका शर्मा ने छात्रों को जर्नलिज्म क्षेत्र के विभिन्न सेक्टर के बारीकियों से अवगत कराया। सुश्री शर्मा जर्नलिज्म सेक्टर में पिछले 11 वर्षो से काम कर रही है। छात्रों को प्रशिक्षण देते हुए कृतिका ने कहा पत्रकरिता का नाम आते ही लोगों के जेहन में एक बात ही आती है टीवी पर एंकर और रिपोर्टर का चेहरा, लेकिन पत्रकरिता की कहानी यहीं खत्म नहीं होती है। आज हम जिस समाज में रह हैं वह इंफॉर्मेशन सोसायटी है, मतलब आज के समय में जिसके पास जितनी ज्यादा इंफॉर्मेशन है वह आज वह इस दुनिया का सबसे ताकतवर व्यक्ति है। आज किसी के ताकत का अंदाजा उसके धन दौलत और हथियार से नहीं बल्कि उसके पास जितनी गोपनीय सूचना है उसके आधार पर उसके ताकत का आकलन होता। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है सोशल मीडिया। कैसे मोबाइल क्रांति ने जर्नलिज्म क्षेत्र के स्वरूप को ही बदल दिया है। अब छात्रों को जर्नलिज्म में करियर बनाने के लिए डिजिटल मीडिया, रेडियो, यूटयूब, न्यूजपेपर, टेलीविजन, सिनेमा, पीआर,मीडिया मैनेजमेंट, विज्ञापन, इवेंट मैनेजमेंट जैसे ऐसे बहुत से क्षेत्र है जहां पर छात्र अपने करियर बना सकते है।
इस कार्यक्रम में आउटलुक के वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश कुमार और यूएनडीपी मीडिया अवॉर्ड से सम्मानित और आवर मिट्टी फाउंडेशन के चेयरमैन प्रमोद कुमार सुमन ने भी छात्रों के सवालों पर अपने अनुभवों को साझा करते हुए उनका मार्गदर्शन किया। काउंसलिंग में भाग लेने आयी छात्रा सुश्री शिवानी त्यागी ने कहा कि आवर मिट्टी फाउंडेशन द्वारा आयोजित यह सेशन हमारी जैसी छात्राओं के लिए काफी फायदेमंद रहा, यहां पर अनुभवी प्रोफेशनल से प्रशिक्षण लेने के बाद मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है और मुझे लगता है अब मुझे इस क्षेत्र में कैरियर बनाने से कोई नहीं रोक सकता।
आवर मिट्टी फाउंडेशन के प्रेसिडेंट चंदन कुमार ने कहा कि हमारी संस्था क उद्देश्य है कमजोर तबके और वैसे छात्र जो जानकारी होने के बाद भी अपने करियर को लेकर दुविधा में रहते हैं उनको वह सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाए जिससे वह अपने करियर को एक नया आयाम दे सकें।
संस्था चेयरमैन प्रमोद कुमार सुमन ने आजकल बाजार में लोग काउन्सलिंग को लेकर पैसे तो लेते है लेकिन छात्रों को उचित जानकारी नहीं मिलने को लेकर काफी ऊहापोह की स्थिति में होते हैं। इसलिए हमारी संस्था ने अनुभवी और पेशेवर शख्सियत को समय-समय बुलाकर छात्रों का उचित मार्गदर्शन करती है। जरुरत पड़ने पर उनको रोजगार दिलाने में भी मार्गदर्शन करती है। श्री सुमन ने एक सवाल के जबाव में कहा कि हमारी संस्था शिक्षा के अलावा लोक कला -संगीत, खान -पान, लुप्त हो रही परम्परा को लेकर आने वाले समय कार्यक्रम का आयोजन करेगी ताकि जो लोग अपने मिट्टी की खुशबू से दूर है उसका उन्हें सुगंध दिलाया जा सके।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के रिसोर्स हेड रवि वर्मा, प्रोजेक्ट हेड मनीष सिन्हा, कॉर्डिनेटर प्रज्ञा राज, पंकज शाक्य, क्रिएटिव हेड गुरकिरण कौर और शालिनी गुप्ता, साक्षी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाए।