डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। डेहरी के महिला कॉलेज अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के दौरान बुधवार को सेमिनार सह सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन प्राचार्य डॉ सतीश नारायण लाल और वहां के शिक्षकों ने दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम के दौरान राजनीति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ माधुरी सिंह ने महिला और पुरुष के बीच किसी भी तरह का भेदभाव से दूरी बरतने की बात कही। उन्होंने कहा कि समाज के विकास के लिए जरूरी है कि महिलाओं को हर समय समान अवसर दिए जाए। जिससे परिवार, समाज और राष्ट्र का सर्वांगीण विकास हो सके। इस दौरान गृह विज्ञान विभाग की डॉ सुधा ने भारत के उत्थान के लिए कार्य करने वाली महिलाओं की चर्चा की। उन्होंने कहा कि नारी की परिभाषा में वर्तमान दौर में कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं। पहले जहां महिलाओं को समाज में अपनी बातें रखने का मौका नहीं मिल पाता था। वहीं आज के दौर में पुरुषों के साथ हर कदम से कदम मिलाकर चलना उनके लिए जरुरी हो गया है।
रानी लक्ष्मीबाई का दिया मिसाल
कार्यक्रम के दौरान छात्राओं ने राष्ट्र और समाज के विकास में अहम भूमिका निभाने वाली स्त्री शक्ति रानी लक्ष्मीबाई के कार्यों को याद किया। सास्कृतिक कार्यक्रम के दौरान छात्रा मुस्कान ने अपने नृत्य के माध्यम से सब का मन मोह लिया। छात्राओं ने अपने विचारों को व्यक्त करने के अलावा नाटक की भी प्रस्तुति की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्राचार्य सतीश नारायण लाल ने कहा कि महिलाओं को खुद से समाज के प्रेरणा बनने के लिए प्रयास करना है। उन्हें किसी भी तरह के बैशाखी की जरुरत नहीं है। कार्यक्रम का संचालन समाजशास्त्र की व्याख्यता कुमारी नीतु रानी ने किया। मनोविज्ञान विभाग के सहायक प्राध्यापक आशुतोष कुमार ने छात्राओं से कॉलेज की हर तरीके की गतिविधियों में शामिल होने की बात कही। इस दौरान बड़ी संख्या में छात्राएं, कॉलेज कर्मी मौजूद रहे।