करगहर (रोहतास)। केंद्र सरकार किसानों के हितों से कतई सरोकार नहीं रखती है। देश के पीएम मोदी ऐसे व्यक्ति हैं जो आंखों में आंखे डालकर देश के लोगों से झुठ बोलते हैं। मोदी सरकार ने किसानों के हितों की चिंता किए बगैर ही कृषि कानून को पास किया। जिससे साफ होता है कि सरकार का एकमात्र एजेंडा अडानी और अंबानी के हितों का ख्याल रखना है। यह बातें स्वराज पार्टी के नेता योगेंद्र यादव ने बिहार के रोहतास जिले के करगहर प्रखंड के खेलारी स्कूल में सोमवार को किसान महापंचायत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि आज राजधानी दिल्ली के चारों ओर किसानों की भीड़ इकट्ठा है, जो बार बार कह रहे हैं कि सरकार का निर्णय उनके हितों के खिलाफ है। लेकिन सरकार इसपर कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार की धरती क्रांति की धरती रही है। यहां से आपातकाल के आंदोलन की शुरुआत हुई। इसी धरती से हर तरह के सामाजिक आंदोलनों ने पूरे देश में अपनी जगह बनाई। उन्होंने कहा कि आज जरुरत है कि इस क्रांति की लहर में बिहार औऱ हर किसान और युवा साथ दे। उन्होंने कहा कि देश के किसी भी भाग में सबसे ज्यादा अगर मेहनत मशक्कत करने वाला तबका है तो वो बिहारियों का है। आज भी कश्मीर से कन्याकुमारी तक और असम से राजस्थान तक हर भाग में खुन पसीने से बिहार के लोगों ने तस्वीर बदलने का काम किया है।
जेएनयू के पूर्व छात्र नेता कन्हैया कुमार ने कृषि कानून से किस तरह से किसानों का नुकसान हो रहा है। इसपर लोगों का ध्यान आकर्षित कराया। उन्होंने कहा कि देश हित की बात करने वाले मोदी सरकार ने आखिर किससे पूछ कर इस बिल को लाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज बिहार के किसानों को इससे सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ रहा है। कन्हैया ने मोदी सरकार को मीडिया को अपने पाले में रखने और आम लोगों के सरोकार से किसी भी तरह का वास्ता नहीं रखने की बात भी कही। अपने भाषण के दौरान वामपंथी नेता कन्हैया ने पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह पर कई बार तंज सके। इस दौरान सीपीआई, सीपीआई एमएल, स्वराज पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अलावा कई राजनीतिक दलों के नेताओं के अलावा बड़ी संख्या में आम लोग मौजूद थे।