डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। डेहरी के गांधी स्मारक में शहर फुटकर विक्रेता संघ ने मंगलवार को शहीद ए आजम भगत सिंह का शहादत दिवस मनाया। इस दौरान वक्ताओं ने उनके वीरता के किस्सों पर चर्चा की। वक्ताओं ने कहा कि केवल 23 साल की उम्र में अंग्रेजों को नाको चने चबवाने वाले भगत सिंह ने देशभक्ति की एक मिसाल कायम की। उन्होंने कहा था गोरी चमड़ी के अधीन रहने की जगह जरुरी है कि देश के लोग स्वाधीन होकर।ली सांस में रहे। वक्ताओं ने कहा कि देश की आजादी के लिए आंदोलन करने वाले लोगों के बलिदान के कारण ही गोरी सरकार देश से भाग सकी। इस दौरान अध्यक्ष अब्दुल कलाम आजाद, भोला राइन तुफानी, विनोद कुमार, सुधीर कुमार, नरेंद्र कुमार गुप्ता, शेर मुहम्मद शामिल हैं।
एक अन्य कार्यक्रम में छात्र युवा मंच की अनुमंडल इकाई ने एक कार्यक्रम का आयोजन नगर भवन में किया। जिसका अध्यक्षता कन्हैया शर्मा और संचालन मुख्तार अंसारी ने की। कार्यक्रम के दौरान प्रमुख वक्ताओं सुभाष विद्रोही, मुरारी शर्मा और हरेंद्र गुप्ता ने स्वतंत्रता आंदोलन में भगत सिंह के प्रमुख योगदान और क्रांतिकारी विचारों से लोगों को अवगत कराया। वक्ताओं ने कहा कि आज के फासीवादी सरकार ने लोकतंत्र और आम लोगों के विचारों को कुचलने का काम किया है। सुभाष विद्रोही ने कहा कि क्रांति का अलख जगाने वाले भगत सिंह ने हर बार देश के लोगों को इस तरह के निरंकुश शासन के खिलाफ सवाल उठाने को कहा। उन्होंने कहा कि भगत सिंह और उनके साथियों के क्रातिकारी कार्यों से पूरा देश आज भी सीख लेता है।
वहीं, डिहरी अनुमंडल विधिज्ञ संघ के कैम्पस में अधिवक्ता आदित्य कुमार उपाध्याय के नेतृत्व में भगत सिंह की याद में एक श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता उमाशंकर पांडेय ने कहा कि उनके जीवन से युवा पीढ़ी को प्रेरणा लेने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि आज देश के इन महान पुराधाओं के कारण ही अंग्रेजी हुकुमत से हमे मुक्ति मिली। इस दौरान मिथलेश कुमार, अधिवक्ता संतोष सिंह, प्रभात कुमार, मुनमुन पांडेय, अनुप राम, मनोज अज्ञानी, रंजीत कुमार दूबे, विनोद सिंह, काशीनाथ गुप्ता, अजय कुमार, प्रशांत पाठक शामिल हैं।