केजरीवाल दिल्ली को शराबियों की नगरी बनाने पर तुले :जदयू
डिजिटल टीम, नई दिल्ली| जनता दल यूनाइटेड ने दिल्ली सरकार और उसके मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाया है कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली को नशेड़ियो हो और शराबियों की नगरी बनाना चाहते हैं जिसका खामियाजा दिल्ली खासकर युवा पीढ़ी को भुगतना होगा | दिल्ली सरकार द्वारा शराब पीने की उम्र सीमा 25 साल से घटाकर 21 साल किए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जनता दल यूनाइटेड ने कहा है यह सर्वविदित है कि शराब एक सामाजिक बुराई है और शराब के कारण घर बर्बाद होते हैं इसके बावजूद दिल्ली सरकार और इसके मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जिस बेहयाई से शराब पीने की छूट कम उम्र के युवाओं को देने का निर्णय किया है उसके दुष्परिणाम पूरी दिल्ली को भुगतने होंगे |
क्यों युवाओं को शराबी बनाने का प्रयास कर रही है केजरीवाल सरकार
जदयू ने कहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी शराबबंदी के पक्षधर थे और ऐसे में जो भी सरकारी शराब की बिक्री बढ़ाने का कार्य करती हैं, वह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के दिखाए रास्तों की अवहेलना भी करती हैं | जनता दल यूनाइटेड ने केजरीवाल से सवाल किया कि ऐसी कौन सी मजबूरी है जिसके चलते दिल्ली सरकार युवाओं को शराबी बनाने का प्रयास कर रही है ? क्या पैसा कमाने के लिए वह किसी भी हद तक नीचे गिर जाएगी ?
पूछ रहे है शराब को बढ़ावा देने का कारण
बिहार में पूर्ण शराब बंदी लागू करने वाली पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने कहा है कि दिल्ली में वैसे भी सरकारी राजस्व बहुत बहुत ही अच्छा है और उसे शराब बेचकर और राजस्व जुटाने की कोई जरूरत नहीं है अगर राजस्व के मामले में पिछड़ा कोई राज्य ऐसी बात करता तो भी बात समझ में आती पर दिल्ली सरकार द्वारा उठाया गया कदम समझ से परे है |
घर का बिगड़ रहा है बजट फिर भी…
पार्टी ने आज यहां जारी एक बयान में कहा की शराब से लीवर, किडनी जैसी अनेक बीमारियां होती हैं जो अंततोगत्वा लोगों को परेशान करती है उनके घर के बजट को बिगाड़ दी है महिलाओं पर अत्याचार को बढ़ावा देती है घरेलू हिंसा में इजाफा करती है, सामाजिक समरसता को बिगाड़ती है | ऐसे में दिल्ली सरकार किस मकसद से शराब को बढ़ावा दे रही है ? क्या दिल्ली सरकार जानबूझकर दिल्ली वालों को शराबी बनाकर दिल्ली का सत्यानाश करने पर तुली हुई है ? यह बहुत ही निंदनीय कार्य है |
शराबबंदी के गिनाए फायदे
पार्टी ने अपने बयान में कहा है कि जनता दल यूनाइटेड दिल्ली सरकार और केजरीवाल के इस कदम की घोर खिलाफत करती है | जदयू का कहना है कि जबसे बिहार में शराबबंदी हुई है तबसे वहां रोड एक्सीडेंट में 58% की कमी आई है जबकि अपराधों में 57% की कमी आई है | लीवर और किडनी की बीमारी में 34% की कमी आई है | घरेलू हिंसा में 54% की कमी आई है | उन्होंने कहा कि युवाओ को शराब से अलग रहना चाहिये क्योकि युवा ही देश के भविष्य है | इससे अस्पतालों में रोगग्रस्त लोगों की तादात बढती है, घरों की आर्थिक स्थिति चौपट होती है, घरेलू हिंसा बढती है और इन सबका बुरा असर देश की सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर पड़ता है |
घरेलू हिंसा पर भी लगती है लगाम
उल्लेखनीय है कि शराब एक ऐसी बुराई है जो अनेक दूसरी बुराइयों को जन्म देती है | इससे समाज में अपराध बढ़ता है, सड़क दुर्घटनाएं बढती हैं, लोगों का स्वास्थ्य ख़राब होता है, लोगों की शारीरिक क्षमता घटती है | जदयू का मानना है कि अपराधों के पीछे जो भी वजहें हों, एक बड़ी वजह है शराब | शराबबंदी से घरेलू हिंसा पर भी काफी हद तक रोक लगाई जा सकती है |
जदयू का कहना है कि सभी धर्मों में शराब वर्जित है | कोई धर्म नहीं कहता कि शराब पियो | हमारा देश तो वैसे भी सेकुलर देश है | यहां सभी धर्मों के लोग हैं और जब सभी धर्म कह रहे हैं कि शराब अच्छी चीज नहीं है तो हमें शराब पीना छोड़ना भी चाहिए और दूसरों को इसे छोड़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए |
कार्यक्रम में शराब जैसी बड़ी बुराई के दुष्परिणामो से लोगों को अवगत कराने, लोगों को शराब न पीने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में पार्टी कार्यकर्ताओ ने लोगों को शराब की जगह दूध पिलाकर उन्हें शराब छोड़ने का संकल्प दिलाया | कार्यक्रम का संचालन युवा जनता दल (यूनाइटेड) दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष अमल कुमार ने किया |