अवनीश मेहरा, डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास). संकुल संसाधन केंद्र इंद्रपुरी में कैचप कोर्स के संचालन हेतु शिक्षक प्रशिक्षण के कार्यक्रम का समापन हुआ। 2 दिन तक चले इस प्रशिक्षण में इंद्रपुरी सीआरसी के अंतर्गत सभी विद्यालयों के शिक्षकों का ग्रुपवाइज प्रशिक्षण दिया गया । प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर गुलाम सरवर व शबनम परवीन के द्वारा दिया गया। मास्टर ट्रेनर शबनम परवीन ने बताया कि कोरोना महामारी काल में बाधित पढ़ाई (लर्निंग लॉस ) के अंतर के को पाटने के लिए कैचप कोर्स का संचालन सभी विद्यालयों में किया जाएगा । उन्होंने बताया कि कोविड 19 संक्रमण से बचाव को लेकर लॉकडाउन में बच्चों की पढ़ाई बाधित हुई है। इसकी भरपाई 3 माह अप्रैल से लेकर जून तक 60 कार्य दिवस में कैचप कोर्स के जरिए किया जाना है। इसी उद्देश्य को लेकर सीआरसी पर शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।उन्होंने बताया कि जिन छात्रों के पास कंप्यूटर, मोबाइल जैसे डिवाइस (Education in COVID) के साथ अच्छे इंटरनेट की सुविधा है उनके लिए ऑनलाइन क्लास (Online Classes) लेना आसान था, लेकिन जिनके पास ये सुविधा नहीं है, उन्हें काफी नुकसान हुआ है.
शिक्षा के क्षेत्र पर पड़ा महामारी का सबसे ज्यादा असर
कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) का सबसे अधिक असर शिक्षा के क्षेत्र (Education Sector) पर पड़ा है. महामारी के आने के बाद से स्कूल और कॉलेज बंद हो गए. लॉकडाउन के कारण बच्चों को ऑनलाइन क्लास (Online Classes) लेनी पड़ीं और अधिकतर छात्रों को ऑनलाइन परीक्षा (Online Exams) तक देनी पड़ी हैं. ये व्यवस्था उन छात्रों के लिए तो ठीक है, जिनके पास कंप्यूटर, मोबाइल जैसे डिवाइस के साथ अच्छे इंटरनेट की सुविधा है. लेकिन हमारे देश में छात्रों की बड़ी संख्या ऐसी भी है, जिनके पास इंटरनेट सुविधा तो दूर की बात मोबाइल जैसे डिवाइस तक नहीं है.
मास्टर ट्रेनर गुलाम सरवर ने बताया कि कोविड-19 के कारण सरकार द्वारा सभी बच्चों को अगले वर्ग में प्रमोट तो कर दिया गया लेकिन उनकी पढ़ाई बाधित हुई है। ऐसे में कैचप कोर्स बच्चों के लिए एक सेतु की तरह काम करेगा.