रोहतास जिले के नौहट्टा प्रखंड क्षेत्र में गेंहूं की कटनी और दवनी शुरू हो चुकी है। लेकिन कीमत काफी कम होने के कारण किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। दरअसल, स्थानीय व्यापारी प्रति क्विंटल गेहू की खरीद का अधिकतम पंद्रह सौ रुपए देने को तैयार हैं। जबकि केंद्र सरकार ने इसके लिए न्यूनतम समर्थन मुल्य 1975 रुपए निर्धारित किया है। मजबूरीवश कई किसानों को कम दाम में गेहूं बेचने को मजबूर होना पड़ा। व्यापारियों ने कहा कि मंडी से सौ रूपये कम कीमत पर अनाज किसानों से खरीदा जाता है। जिसे वहां तक पहुंचाने में 100 रुपए का खर्च आता था। बताया जा रहा है कि पिछले साल अप्रैल महिने मे व्यापारियों ने दो हजार रूपये प्रतिक्विंटल की दर से खरीदारी की थी। लेकिन इस बार गेहूं की कीमत घट गई है। किसान विजय सिंह, गोपाल मिश्र, आशुतोष तिवारी दिलीप सिंह का मानना है कि सरकार को एमएसपी पर गेंहूं की खरीदारी सुनिश्चित करना चाहिए। जिसके लिए पैक्स के माध्यम से ही खरीदारी होतो बेहतर होगा।
व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह बताते हैं कि एमएससी चावल लेने से इंकार कर रहा है। इस कारण पैक्स अध्यक्ष का सूद बढ रहा है और गोदाम भरा पड़ा है। कोआपरेटिव के स्टेट चेयरमैन रमेश चंद्र चौबे बताते हैं कि कि अभी पैक्स अध्यक्षों का धान का मामला ही फंसा है तो गेंहू की खरीदारी कैसे करे। उन्होंने कहा कि इस मामले पर अपने स्तर से लगातार प्रयास कर रहे हैं।
रिपोर्ट: विजय कुमार पाठक, संवाददाता, नौहट्टा (रोहतास)