डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास)। सासाराम में सोमवार को कोचिंग छात्रों के हुए बवाल के दौरान डेहरी में कोचिंग संस्थान पूरी तरह बंद रहे। कोरोना गााइडलाइन् आने के बाद कोचिंग संस्थान के संचालकों ने सोमवार से इसे पूरी तरह बंद रखा। संचालकों ने राजपुतान मोहल्ला स्थित विद्या मंदिर कैम्पस में एक बैठक भी की। इस दौरान सरकार के निर्देशों का पालन करने का निर्णय लिया गया। संचालकों का कहना है कि सरकार के निर्देशों का अनुलापन करते हुए अगले आदेश तक इसे बंद रखा जाएगा। बैठक के दौरान कन्हैया सिंह, आकाश कुमार, अनंत राय, राजीव यादव, रजत, आशुतोष दूबे, रितेश, पंकज सिंह, तुषार सिंह, आशीष मौजूद थे। कोचिंग संचालकों का मानना है कि शांति व्यवस्था पूरी तरह बनी रहनी चाहिए। इसके अलावा महामारी के इस परिस्थिति में छात्रों के लिए सरकार ने जो बेहतर निर्णय लिया है उसका पूरी तरह पालन करना अनिवार्य है। शहर के राजपुतान मोहल्ला के विद्या मंदिर कैम्पस में फिलहाल 40-45 कोचिंग संस्थान संचालित हो रहे हैं। यहां जिले के डेहरी डालमियानगर के अलावा नौहट्टा, रोहतास, तिलौथू, जपला और औरंगाबाद के ग्रामीण इलाकों से बड़ी संख्या में बच्चे पढ़ने आते हैं।
कोचिंग संचालक इन परेशानियों का दे रहे हैं हवाला
कोचिंग संचालकों का कहना है कि पूरे देश में प्रतियोगी परीक्षा का संचालन समय पर हो रहा है। लेकिन सिलेबस पूरा नहीं हो पा रहा। कम समय में सिलेबस पूरा कराने में बाधा आ रही है। ऑनलाइन क्लासेज का सही तरीके से संचालन नहीं हो पा रहा। उनका कहना है कि सरकार की तरफ से किसी भी तरह की आर्थिक मदद नहीं मिल रही है। इसके अलावा संस्थानों के बंद होने से बड़े पैमाने पर आर्थिक नुकसान हो रहा है। कोचिंग संस्थान के संचालन बंदी के समय बड़े पैमाने पर हुई चोरी की घटनाओं से भी काफी परेशान हैं। संचालकों ने कहा कि एलडीसी, ग्रुप डी, एसएससी जीडी के अलावा कई महत्वपूर्ण परीक्षा होने जा रही है।