डेहरी-ऑन-सोन (रोहतास). डेहरी प्रखंड क्षेत्र के चकन्हा पंचायत के परसबनी बिगहा गांव के लोगों को पीने के पानी का संकट झेलना पड़ रहा था. इसकी खबर मीडिया में प्रमुखता से आने के बाद मुखिया और बीडीओ एक्टिव हुए हैं. मुखिया पुनम देवी ने अगले दिन ही अपने स्तर से चापाकल गलवाकर पेयजल व्यवस्था दुरुस्त करने का प्रयास किया है. इस गांव में एक भी सरकारी चापाकल नहीं होने के कारण लोगों को पीने के पानी के लिए काफ़ी परेशान होना पड़ रहा था. इसके अलावा जल स्तर भी काफी नीचे चला गया है। जिन लोगों ने अपने घरों में चापाकल लगाया हैं, वे पानी का लेयर भागने से बंद हो गए थे। गांव के लोगों को दूसरे गांव में जाकर पीने के पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही थी। मुखिया पुनम देवी ने कहा कि मीडिया के माध्यम से गांव वालों की इस समस्या की जानकारी मिली। जिसके बाद उन्होंने इस मामले में तुरंत एक्शन लेते हुए अगले दिन यानी मंगलवार को चापाकल गलवाया है। 150 फीट की गहराई तक इसकी बोरिंग करवाई गई है। जिससे ग्रामीणों की समस्या सुलझा चुकी है। मुखिया ने यह भी कहा कि आम लोगों की समस्या को सुलझाने के लिए पंचायत प्रतिनिधि के तौर पर वो लगातार सक्रिय रहती है।
गौरतलब है कि 61 घर वाले इस गांव के 51 घरों में निजी चापाकल लगाए गए हैं। लेकिन पानी का लेयर काफी नीचे जाने के कारण तमाम चापाकल काम करना बंद कर चुका है। गर्मी के इस मौसम में लोगों की समस्या काफी पढ़ गई थी। लेकिन स्थानीय मुखिया की पहल से आम लोगों को समस्या सुलझ सकी है। मुखिया पुनम देवी ने कहा है कि नल योजना का लाभ मिल सके इसके लिए भी वो प्रयासरत है। स्थानीय लोगों ने मुखिया के इस पहल का स्वागत किया है। इसके अलावा डेहरी बीडीओ ने भी गांव में दो चापाकल लगाने की अनुशंसा की है। लगभग तीन सौ लोगों के जनसंख्या वाले इस गांव के लोगों को बिहार के सीएम के महत्वकांक्षी योजना नल जल योजना का लाभ नहीं मिल सका है।